स्वाभिमान पर सुविचार हर उस इंसान के लिए हैं, जो अपने फैसलों की ज़िम्मेदारी लेना जानते हैं और खुद पर यकीन करते हैं।  

self respect पर शायरी ऐसे ही खुद पर निर्भर रहने वाले लोगों के बारे में हैं, जो अपने सम्मान को किसी भी कीमत पर Compromise नहीं करना चाहते। 

इसलिए मैंने अपने इस संकलन में Quotes For Self के साथ-साथ स्वाभिमान पर कविताएं भी लिखी हैं, जिन्हें आप कभी भी Share कर सकते हैं।

स्वाभिमान पर सुविचार | Messages To Praise Your DIGNITY  

आइए स्वाभिमान पर अनमोल वचन पढ़ना शुरू करते हैं –

1.

हर बार, बार बार

मेरे वजूद को न ललकारों

खड़ी मैं भी हो सकती हूँ

मेरा भी पंख है 

मैं भी उड़ सकती हूँ।

 

2.

सम्मान दो
सम्मान मिलेगा
अपमान करोगे तो
मेरा भी स्वाभिमान जागेगा।

 

3.

खुला आकाश
मेरे लिए भी है
मेरा पर मत काटों
उड़ने का अधिकार
मेरे लिए भी है।

 

4.

जिंदगी की किताब में
मेरी भी कहानी छपेगी
अधुरी कहानी को
मैं स्वयं ही पूरी करुंगी।

 

5.

मत कोस मुझे इतना कि
एक शब्द ही न शेष बचे
इसी जीवन में चुकाने होगे
जिंदगी का हिसाब तुझे।

 

6.

बिखर कर नहीं
सम्भलकर चलों
मुठ्ठी बनकर
अपनी ताकत बनो।

 

7.

कितने दिन तक तुम मेरे प्रेम को
हथियार बनाओगे
जब मैं प्रेम करना ही छोड़ दू तो
फिर तुम क्या करोगे।

 

8.

मुझे कमजोर
मत बनाओं तुम
उड़ान भर सकती हूं मैं
हौसला है मेरे अंदर अब भी
खड़ी हो सकती हूं मैं।

 

9.

दिया था मान
किया सिंदूर का सम्मान
फिर क्यों यह अपमान।

 

10.

जिंदा रहने के लिए
बस एक उम्मीद बाकी है
हौसला बनाए रखने के लिए
हिम्मत बाकी है।

 

11.

जिंदगी एकबार मिलती हैं
सर उठाकर जीयों
डरो नहीं आगे बढ़कर चलो
जीवन सार्थक बनाओं।

 

12.

तुम्हारे अंदर भी शक्ति है
इसे जगाओं जरा
किसी से कम नहीं हो
तुम हो सम धारा।

 

13.

देकर आंसू वह खुश है
दुनिया में अपनी
काश कि वह जान पाता
असली कीमत उसकी।

 

14.

तोड़ता है हथियार
जब भावनाओं को
सिसकता है दिल
टूट जाता भाव वो।

 

15.

देकर घाव
वह बहुत हंसा
वेबकुफ क्या जाने
मरहम की भाषा।

 

16.

मत हो उदास

बादल क्षणिक है

सूरज को देखो

फिर भी उगता है।

 

17.

हौसला वह पहली सीढ़ी है
जो मंजिल को पहुंचाती है।

 

18.

संकट वह रास्ता है
जो लड़ना सिखाता हैं
हौसला सीढ़ी बनकर
हमें राह दिखाता है।

 

19.

जीवन की राह कठिन है
पर हौसले हो जिसके पास
तो हर मुश्किल आसान है।

 

20.

धैर्य समय का वह अनमोल रत्न
जो खोता हार है
समय के साथ करता रहता यत्न
वो मंजिल पा लेता है।

 

21.

हार जीत जिंदगी के है दो रूप
चलना पडता है इसके अनुरूप
जो समायोजित करके चलता है
खिलता है वो इसके फल स्वरूप।

 

22.

वक्त एक मरहम है
घाव को भरता है
मत हो उदास कभी
आओ जीतना है।

 

23.

क्या हुआ तुम हार गए
अब भी तुम जीत सकती हो
लक्ष्य स्थिर रखो फिर से
तुम विजयी बन सकती हो।

 

24.

मस्तिष्क के शब्द कोष से हटा दो वह शब्द
जो तुम्हे रोकता है आगे बढ़ने के लिए
चुनो फिर वह शब्द जो तुम्हें हौसला देता है
जो आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता तुम्हें।

 

25.

माना कि सबकुछ खो चुका है
फिर भी कभी निराश मत होना
खिलेगा जीवन फिर से
उम्मीद का दामन कभी नही छोड़ना।

 

26.

जब एक ठूठ हिम्मत नही हारती
फिर से उम्मीद रूपी पत्ते उगते है
आओ सीख ले फिर से मुस्कुराना
क्योंकि हम तो मानव श्रेष्ठ प्राणी है।

 

27.

कभी करो न किसी का अनर्थ
जीवन को तुम दो एक अर्थ
मानव जीवन सार्थक बनाओ
क्योंकि तुम मे है अपार सामर्थ।

 

28.

बहुत दर्द ओढ़ गालो पर लुढ़कती है
तुम क्या जानों इस आंसू की कीमत
पर अब मैं और नहीं होने दूंगी लाचार
मुझ में भी है उड़ान भरने की हिम्मत।

 

29.

स्री केवल कोमल नहीं
रौद्र रूप भी धारण कर सकती है
प्रेम समर्पण उसका स्वभाव
समय पर दुर्गा काली भी बन सकती है।

 

30.

दायरा सभी का है

फिर मेरा क्यों नहीं

हर बार तिरस्कार क्यों

अब मुझे मंजूर नहीं।

 

31.

छूना चाहती हूं आकाश
बनाकर जीवन में प्रकाश
दुनिया मेरे लिए भी तो है
फिर क्यों न करू विश्वास।

 

32.

कोमल हूं पर साहसी हूं
उबड़ खाबड़ से घबड़ाती नही हूं
मंजिल को लक्ष्य बनाकर
कांटों को रौंधकर आगे बढ़ती हूं।

 

33.

जब दिल में भरती हूं साहस
किसी विपत्तियों से नहीं डरती हूं
लाख आएं बाधाएं राह पर
सर पे कफन बांध आगे बढ़ती हूं।

 

34.

बहुत सहा तेरे प्यार में पड़कर
पर तुमने तो हद ही कर दी
जीना आया ही नही तुम्हे मगर
मैंने अपने अंतरात्मा की सुन ली।

 

35.

जीवन निराश का नाम नहीं
चलते रहना इसका काम
धीरज सिखाता खड़े रहना
समय बताता है नाम।

 

36.

हरएक व्यक्ति में
एक शक्ति होती है
आत्मदर्शन जो करते
शक्ति स्वयं पास होती है।

 

37.

अगर करोगे इरादा पक्का
काम जरूर से वह होगा
समय को जो पहचानेगा
समय भी उसका साथ देगा।

 

38.

समय एक मरहम है
घाव वह भरता है
जो समय का मान करे
समय हम छाया बन रहता है।

 

39.

किसी से डरती नहीं
मैं एक दूब हूं
लाख कुचल लो मुझे
फिर भी सर उठाती हूं।

 

40.

मुश्किलें तो आम बात है
जीवन में आएंगे ही
गुलाब फक्र से खिलती है
काटों से गुजर कर ही।

 

41.

दर्द को छुपाने के लिए
वह मुस्कुराती है
सर्कस के जोकर जैसे
हाल वह छुपाती हैं।

 

42.

खुद पर विश्वास करो
विजय बन सकते हो
जो चाहते हो तुम
उसे पूरा कर सकते हो।

 

43.

जिंदगी एक परीक्षा है
इससे घबड़ाना नहीं
सबक लेकर आगे बढना है
पर कभी टूटना नहीं।

 

44.

जिसके पास है विश्वास
वह छू सकता है आकाश
अर्जुन जैसा जो रखता लक्ष्य
वह कभी नहीं होता है निराश।

 

45.

लाख बाधा आए जीवन में
हिम्मत को नहीं खोना है
परिस्थिति लड़ने के लिए
स्वयं को तैयार करना है।

 

46.

हारी हुई बाजी को जीतेंगे
जब दिल को सशक्त करेंगे
कामयाबी होगी द्वार पर
यदि हम हिम्मत करेंगे।

 

47.

कोशिश में वह शक्ति है
जहाँ जीत हासिल होती है
मेहनत रंग लाती है
जहां लगन समायी होती है।

 

48.

कभी भी तुम न डरो
हालात से लड़ते रहो
सच्चाई की जीत होगी
देर से सही भरोसा रखों।

 

49.

उम्मीद एक आशा की किरण है
इसे हमें जगा कर रखना चाहिए
विश्वास से मंजिल हासिल होती है
इसे हमें बना कर रखना चाहिए ।

 

50.

ख्वाब को हकीकत में बदलने के लिए
मेहनत की सीढ़ी चाहिए
आकाश में ऊँची उड़ान भरने के लिए
हौसलों की पंख चाहिए।

 

51.

बीता जो दर्द था उसे

भूलाने में ही भला है

कदम बढ़ाने का भी

यह एक कला है।

 

52.

जिंदगी रूकती नहीं
किसी के जाने से
जीना होगा यही
नई शुरुआत करके।

 

53.

जीने के लिए कभी किसी की
एक उम्मीद बनकर देखों
कैसे निखर आएगा उसका जीवन
प्यार का हाथ बढ़ाकर तो देखों।

 

54.

सूकून गर किसी को दे सको
एकबार कोशिश करके देखो
जीवन संवर जाएगा उसका
एकबार मुस्कुराकर तो देखो

 

55.

डूबते को तिनके का एक सहारा चाहिए
आंसू में डूबे हुए को मुस्कान चाहिए
क्यों रुलाता है इस तरह इंसान को यहां
जग में सच्चा हृदय वाला इंसान चाहिए।

 

56.

जिसे किसी की कोई कदर न हो
उसके लिए आंसू मत बहाओं
जीवन बहुत अनमोल होता है
जिंदगी को फिर से तुम सजाओं।

 

57.

किसी के कहने पर तुम
कमजोर नही हो सकते
तुम में भी वह ताकत है
यूं ही हार नहीं सकते।

 

58.

विश्वास जगाओं स्वयं मन में
कि लड़ोगी तुम अत्याचार पर
छोड़ोगी नहीं हर वह अपराधी को
जो जुल्म करता है तुम पर।

 

59.

तोड़ने की पूरी ताकत झोकी थी तुमने
पर जरा भी डगमगा नहीं पाए तुम हमें
मेरी ईमानदारी और समर्पण के सामने
तुम्हारी हर कोशिशें ध्वस्त हो बिखड़ गए।

 

60.

यह कैसी तुम्हारी मजबूरी
किया भी तो प्रेम बस अधूरी
काश कि समझते प्यार का मर्म
तो शायद न होती यह दूरी।

 

61.

एक सपना टूटा है तो क्या
साथ तुम्हारा छुटा तो क्या
फिर भी मैं खड़ी रहूंगी
चाहे तुमने लुटा है तो क्या।

 

62.

माना कि तुमने सपनो में रंग भरे
मन तुलिका से हमारे सपने सजे
पर यह कैसा तुफान का वेग आया
कि सबकुछ तहस नहस कर ले उड़े।

 

63.

जीवन भी अजीब खेल खेलता है
सुख में हंसी दुख को आंसू बोलता है
जो दोनों में समायोजित करता है
वही जीवन को समेट कर चलता है।

 

64.

कही न कही होते है
हम सभी ही समर्थ
बस चाह जागृत कर
दे जीवन को एक अर्थ।

 

65.

हौसला जगाएंगे लोग जरुर,
खड़ा होना होगा खुद को मगर
तभी पहुंचेंगे हम लक्ष्य पर
चुनना होगा हमें सही डगर।

 

66.

जीवन को यदि देना हो अर्थ
एक पल भी न गवांओ व्यर्थ
चलने के लिए भी चाहिए अर्थ।

 

67.

एक विशाल वृक्ष को
खड़े होने के लिए चाहिए
एक सशक्त जड़
जिसकी छत्रछाया हम
सदैव रहेंगे सुरक्षित।

 

68.

जीवन से कभी न हारों तुम
हौसलों से शिखर छु लो तुम
गम जीवन का एक अंग है
खुशियाँसमेट जी लो तुम।

 

69.

ऐ जिंदगी मुझे तुमसे
अब कोई शिकायत नहीं
क्योंकि
हालत के साथ जीना
मैने सीख लिया है।

 

70.

जिंदगी से न करों
कतई खिलवाड़
बहुत कीमती है यह
नहीं मिलेगा मौका
मरने के बाद।

 

71.

चाहकर भी मत करो कभी
चुनौती तुम ईश्वर के संग
घुटनो में आने के लिए
पल न लगेगा रह जाओगे दंग।

 

72.

जब हृदय बनेगा सशक्त
कोई तुफान उड़ा न पाएगा
जिंदगी मुस्कान बनेगी
जीवन भी खिल जाएगा।

 

73.

जिंदा हूँ कैसे
कभी सोचती हूँ मैं
जबकि मेरे अस्तित्व को
मिटाने की ओई कसर
कहाँ छोड़ी थी तुमने।

 

74.

शौक तो उसका बहुत था
पैरो तले कुचलने का
पर मैं भी कम कहाँ थी
जिद्दी दूब सी
हर बार सर उठाती रही।

 

75.

उसे जीतने का द॔भ था
और मुझे हारकर जीतने का
उसे राजनीति आती थी
और मुझे केवल सदाचारी।

 

76.

हरबार वफा की इम्तिहान क्यों मांगते हो
जबकि तुम खुद ही यकीन को गवांते हो
खूबसूरत जीवन को सजाने के बजाएं
तुम जीवन को उलझा कर क्यों मिटाते हो।

 

77.

अब बहुत हो गया है प्यार का इम्तिहान
न करो अब तुम मुझे कोई परेशान
जीवन मेरा भी है जीने का हक है मुझे
चुप न रहुंगी सुन लो करती हूं ऐलान।

 

78.

कोशिश कभी
हारने नही देती
जीत तक पहुंचने के लिए
हरपल वह
ऊर्जा बनाए रखती है।

 

79.

उसका दिया हर जहर मैंने
हिम्मत से पीया
जीवन के हर दर्द को मैंने
प्यार से लिया
फिर भी मैं उसका विश्वास जीत न सकी
और नजाने क्यों उसके लिए ताउम्र
दिल से जिया।

 

80.

जियो सबके लिए पर
अपने लिए भी जियों
वरना तुम लड़ोगी कैसे।

 

81.

किया माफ मैने जब
कटुता भूल गए सब
शुरु हुआ नया जीवन
मिलकर चलते है अब।

उम्मीद करती हूँ कि स्वाभिमान पर शायरी से आपको सुकून महसूस हुआ होगा। Comment Section में मुझे ज़रूर बताएं कि कौन-सी शायरी आपको सबसे ज़्यादा पसंद आई।

Rita Singh