इंतज़ार पर शायरी, हर उस इंसान के लिए है जो अपनों की यादों से मन-ही-मन लड़ता है और चाह कर भी भूल नहीं पता।
जाने वाले तो चले जाते हैं लेकिन अपने पीछे एक लौटने उम्मीद छोड़ जाते हैं, जिसके सहारे उनके अपने जी सके। ऐसे अपनों के इंतजार पर कविता अक्सर उनकी याद ले आती है।
यह संकलन उसी Pain और Struggle के बारे में हैं, जिसमें मैंने Painful Thoughts और Waiting Quotes को शामिल किया है। इन्हें आप कभी भी इंतज़ार पर स्टेटस की तरह Share कर सकते हैं।
इंतज़ार पर शायरी | Quotes To Heal Your PAIN
आइए इंतज़ार पर 4 लाइन की शायरी पढ़ना शुरू करते हैं –
1. कितने बरस बीत गए तुझे याद करते-करते, आंखे अब थक गईं हैं तेरी राह तकते-तकते। |
2.
दोस्ती क्या चीज़ है कभी चख न पाई, दुनिया की भीड़ में इक दोस्त कभी ढूंढ न पाई इंतजार है मुझको चलते-चलते, मिल जाए कोई दोस्त रस्ते चलते। |
3.
यादों की हवा जब चली, दिल फिर से इंतजार करने लगा कोयल की कूक हवा से बातें करता, झूला, पंछियों की चहचहाहट तेरी दोस्ती और मिट्टी का चूल्हा। |
4.
कभी-कभी ज़िन्दगी में, इंतज़ार की घड़ियां अजीब-सी हो जाती हैं पाने को मंजिल, ज़रा बेसब्र-सी हो जाती हैं। |
5.
आशा कभी मरती नहीं, इंतज़ार खत्म होता नहीं आयेगा एक दिन ऐसा भी, जी भर कर जिएंगे हम भी कभी। |
6.
इतनी मनमानियों में न बहो, मन की मौजों में यूं न मचलो घर आ जाया करो कभी समय से, राह रोटियां भी तकती हैं बेसब्री से। |
7.
क्यूं जिंदगी में इंतज़ार बनाया, क्यूं किसी को किसी के लिए इतना प्यारा बनाया, दिखते नहीं तो बैचैनी बढ़ जाती है क्यूं आँखों को उनका दीवाना बनाया। |
8.
दस्तूर है ये दुनिया का, जब पास होते हैं तो पुकारते नहीं निगाहों से जब दूर हो जाते हैं, तब इंतज़ार में लग जाते हैं। |
9.
मेहनत मैं भी करती हूं, रातों को देर तक मैं भी जगती हूं कुछ नया करना है मैं भी मानती हूं, फिर भी हर बार सफलता का इंतज़ार करती हूं। |
10.
एहसास जो तुमने दिए थे कभी, सीने में सुलगते हैं कहीं पलट कर जब चल दिए थे तुम, खड़े हैं हम उसी मोड़ पर वहीं। |
11.
खोना और पाना क़िस्मत का खेल है, जुड़ जाते हैं एहसास ये दिलों का मेल है थोड़ा और रुक जाते थोड़ा इंतज़ार कर लेते, तो हम दोनों एक हो जाते। |
12.
थोड़ी शरारत, इतराना, इठलाना खुल कर हंसना गुज़रे ज़माने की बात लगती है, कैसे मोड़ पर आ बैठे हैं राह भी तको पर वह मोड़ मिलता नहीं। |
13.
सपनों के जैसे होते हैं अरमान, टूटते हैं तो टूट जाना नहीं है इंतज़ार का चश्मा पहन, मेहनत में लग जाना है। |
14.
कश्तियां जब डूबने लगती हैं, मुझे वो खुदा दोस्त याद आता है आने में देर मत कर देना, मेरा हौसला डूबा जाता है। |
15.
Road जाम थी, मुश्किलें तमाम थीं उखड़ती सासों की धड़कनें भी, खुलते रास्तों का कर रहीं इंतज़ार थीं। |
16. धीरज ही तो धरा है, अस्तित्व को पाने का इंतज़ार ही तो करा है, अनसुनी आवाज़ को सुनाने का। |
17.
चुप हूं कोई सुनता नहीं, देखती हूं कोई दिखता नहीं व्यक्तित्व हूं कोई पहचानता नहीं, मेरे इंतज़ार को कोई समझता नहीं। |
18.
कभी घड़ी कभी मोबाइल, कभी बाहर दरवाज़े को देखती हूं चुपचाप बड़बड़ाती कभी नाराज़ होती हूं, इंतज़ार में बेचैनी से न बैठती हूं न चलती हूं, ये कैसा इंतज़ार का सितम है? |
19.
तुम कह तो गए इंतज़ार करना, तबसे बैठी हूं तेरी राह में न तुम आए न कोई संदेसा आया, बरसों का इंतज़ार अब जन्मों का बन गया। |
20.
कदम जल्दी-जल्दी इधर-उधर चलते हैं, बैचनी से नाखूनों को चबाते हैं नन्हीं-सी किलकारी सुन, ख़त्म हुए इंतज़ार की खुशी में आंसू छलक जाते हैं। |
21.
कोई शेर लिखूं या कोई ग़ज़ल, उससे क्या ख़त्म होगा ये इंतज़ार का सफ़र? |
22.
ढूंढते रहे मंज़िल मेरे कदम, तन्हा रहा ज़िंदगी का सफ़र सफर किया है बेहद अस्तित्व पाने का, इंतज़ार है अब बहारों के आने का। |
23.
गलत लगता है पर सुनता कौन है, आवाज़ उठाओ तो हर दरवाज़ा बंद है खड़ी हूं अकेली क्योंकि मेरे अस्तित्व की बात है, परिवर्तन हो कर रहेगा इस बात का इंतज़ार है। |
24.
पहले इंतज़ार क्या खूब होता था, मन को तड़पाता थोड़ा गुदगुदा देता था एक कागज़ का टुकड़ा छोटी-सी चिट्ठी, जिसमें जज्बातों का संसार होता था। |
25.
देखती हूं मित्रों की मंडली, हंसी ठिठोली गप्पे शप्पे मुस्कुरा कर रह जाती हूं, तेरी दोस्ती का मैं इंतज़ार करती हूं। |
26.
थकती है ज़िन्दगी तो इंतज़ार में बदल जाती है, छोटी-सी आहट शायद कोई आया इस ख़याल में रह जाती है। |
27.
कुछ मुहब्बतें ऐसी भी होती हैं, सिर्फ एक “हां” के लिए सारी ज़िन्दगी इंतज़ार करती हैं। |
28.
इंतज़ार ही तो किया था हमने, हम से क्यों ख़फा हो गए इश्क ही तो किया था हमने, हमसे क्यूं जुदा हो गए। |
29.
सूरज, चांद, तारे, धरती, आकाश हर शह का अस्तित्व है फिर मेरा क्यों नहीं, तुम्हारे जवाब का इंतज़ार है। |
30. हर कुर्बानी दी है मैंने, औरत होने की यही सज़ा होती है पेट भर लेते हैं सोचते भी नहीं, इंतज़ार में यह मां भी भूखी बैठी है। |
31.
हर नारी के जीवन में रहती है प्रतीक्षा, अपने अस्तित्व के लिए देती है हर पल परीक्षा प्रमाण दे देती है, परिणाम की करती नहीं प्रतीक्षा। |
32.
जानती हूं तुम्हारे लिए ज़रूरी नहीं हूं, तुम संग डोर बंधी है निभा रही हूं एक रोज़ ऐसा आयेगा, मेरे होने का मतलब तुम्हें समझ आएगा। |
33.
वक्त गुज़र जाता है वापस नहीं आता, इंसान गुज़र जाता है वापस नहीं आता दिल से यादों का कारवां नहीं जाता, न जाने क्यूं आंखों से इंतज़ार नहीं जाता। |
34.
इंतज़ार दर्द भी है तो दवा भी है, एक ख़याल भी है तो आह भी है कर लेना इंतज़ार दोस्ती का, इसके बाद जो मिलता वह बेमिसाल भी है। |
35.
मुद्दत से खफा है ज़िंदगी, इंतज़ार है उसके खुशहाल होने का। |
36. बेसब्र थी जब तक, इंतज़ार ख़त्म होने की जल्दी थी। |
37.
औरत पर सवाल, रिवाज़ बन गए हैं इन्तज़ार तो है बस ये रिवाज़ टूटने का, और एक दमदार जवाब बनने का। |
38.
ज़िंदगी में नहीं हूं तुम्हारी, इंतज़ार कर लूं बस इतनी-सी इजाज़त दे दो। |
39.
एक सपना मेरा भी है, चमकूं मैं भी सितारा बन कर इंतज़ार बरसों किया है मैंने, चलो संग तुम भी मेरा हमसफ़र बन कर। |
40.
जब तुमसे मुहब्बत कर ली, अब इंतज़ार तो करना जायज़ है। |
41.
तेरी बातें, यादें, चिट्ठी इंतज़ार में रास आती हैं उनसे उड़ती महक, मुझे मीठी नींद सुला देती हैं। |
42.
उम्र की शाम में, अक्सर तन्हा दिन गुज़रते हैं तुमने कहा था Phone करोगे, घंटी बजने का इंतज़ार करते हैं। |
43.
दुआओं में शामिल हो तुम मेरी, बस तुम्हारे मुस्कुराने का इंतज़ार हैं। |
44.
जब खत्म होती हैं इंतज़ार की घड़ियां, क्या कहूं दिल कैसा उछलता है पर्वतों से जैसे कोई सुंदर झरना निकलता है। |
45.
सावन की तूफानी बारिश और तेरा इंतज़ार, समझ नहीं पाती कौन-सा तूफान तेज़ है? |
46.
सफलता बलिदान मांगती है, अस्तित्व का नहीं कामनाओं का त्याग मांगती है फिर भी नही मिलती तो “इंतज़ार” मांगती है। |
47.
इंतज़ार भी धीरज मांगता है, कहां से लाऊं किसका करूं इंतज़ार सामने मेरी खुशियों का जनाजा जो उठा है। |
48.
सफलता बेशक इंतज़ार कराती है, इंतज़ार में जो तपता है वही हीरा बन कर निखरता है। |
49.
औरत खिलौना बन कर रह गई, इस इंतज़ार में शायद उसके अस्तित्व को भी सराहा जायेगा। |
50.
“खाना लगा दूं ?” इन शब्दों के पीछे का इंतज़ार जान लो, यह हर औरत चाहती है। |
51. इंतज़ार मिनट-मिनट का भी बुरा लगता है, जब मुझको तेरे आने का पता चलता है। |
52.
खड़ी हूं सागर की लहरों में, दूर क्षितिज को निहारती हूं आज का सूरज तो डूब गया, अब कल के सूरज का इंतज़ार करती हूं। |
53.
बंध गई हैं तेरे इंतज़ार से, मेरे सांसों की डोर देर मत करना ये डोर बड़ी नाज़ुक होती है। |
54.
पहले से ही तुम पहेली थे, अब तेरा इंतज़ार पहेली बन गया है सोचती हूं तुझे न सोचूं, पर तू मेरा ख़याल बन गया है। |
55.
आ भी जाओ न, मेरे बगल की बेंच आज भी खाली है सच्चाई तो ये है, बिना दोस्ती के ज़िंदगी खाली है। |
56.
शाम हो गई तकती हूं गली के छोर तक, अभी दिखाई देगा तू और कहेगा अरे! तुम बाहर क्यों खड़ी हो? |
57.
पूजारन बन गईं हूं तेरे इंतज़ार में, और लोग मुझे बावरी कहते हैं। |
58.
इंतज़ार इम्तहान बहुत लेता है, चाहें या न चाहें देना पड़ता है। |
59.
आख़िर इंतज़ार की अंतिम घड़ी आ ही गई, दूर खड़ी मंज़िल मेरे करीब आ ही गई। |
60.
इंतज़ार की नांव में जबसे बैठे हैं, किनारा दूर है लेकिन विश्वास है पहुंचेंगे ज़रूर। |
61.
याद है वो इंतज़ार, जब पहली बार Job मिली थी उस कागज़ के टुकड़े को देख, ज़ोर से रो पड़ी थी। |
62.
कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं, जिनमें संवाद नहीं होता बस निगाहों में एक दूजे का, इंतज़ार है होता। |
63.
उसका इंतज़ार उसके तकिए से पूछो, जिसने नैनों की बारिश को अपने में समेटा है। |
64.
सच्ची मुहब्बत थी उसकी, इंतज़ार करने को कह गया पर आया नहीं लौट कर, अब उसकी विधवा बन रहती है। |
65.
अस्तित्व की जंग लंबी होती है, विश्वास है मुझे मेरा इंतज़ार खाली नहीं जायेगा। |
66.
इंतज़ार वही करते हैं, जो सच्चे होते हैं। |
67.
दिल की धड़कने बढ़ा देता है, जब इंतज़ार खत्म होता है। |
68.
इंतज़ार की फितरत भी क्या कहिए, जब छोड़ दो तभी पूरा हो जाता है। |
69.
इंतज़ार की गलियां बड़ी टेढ़ी-मेढ़ी होती हैं, इस भूल भुलैया में फंस इंसान वक्त से दगा कर देता है। |
70.
सजती तुम्हारे लिए ही हूं, मुझे कोई जल्दी नहीं तुम्हे इंतज़ार तो करना होगा। |
71.
बड़ा गुरुर था तुमको, हम तुम्हारी राह देखेंगे शायद तुम भूल गए, वक्त और किस्मत बदलते देर नहीं लगती। |
72.
तेरी तसवीर जब भी सामने आती है, इंतज़ार का सिलसिला फिर से शुरु हो जाता है। |
73.
छोटी-छोटी खुशियों का इंतज़ार, खुशियां बढ़ा देता है ये तो इंसान की फितरत है कि वह इसको इतना वजनी बना देता है। |
74.
तेरे इंतज़ार में कुछ नज़्में लिखी थीं, पढ़ लेना शायद अब लौट न पाऊंगी। |
75.
ये चांद इंतज़ार में सुकून देता है, इसे देख रातें तो कट जाती हैं। |
76.
मैं तेरा बस्ता उठाऊं, तुम बस अपनी साइकल चलाने देना इस इंतज़ार में कितने मजे आते थे। |
77.
तक़दीर में बिछड़ना तो लिखा था, इंतज़ार भी न करूं ऐसा तो न लिखा था। |
78.
इंतज़ार की घड़ियां, कभी-कभी तो लगता है सदियां बीत गईं। |
79.
सफ़र पर जाना है तो, इंतज़ार करना भी ज़रूरी है। |
80.
आस मेरी तब टूट जाती है, जब तुम कह देती हो इंतज़ार करने का कोई फायदा नहीं। |
81.
दिल मन ही मन हंसता है, तुम सपना बन मेरे इंतज़ार में जो बस गए हो। |
82.
तुम कह तो गए थे, मेरा इंतज़ार मत करना लेकिन इस दिल का क्या करूं? |
83.
देखती हूं जब मंजिल पर पहुंच कर, सफलता की सीढ़ी में इंतज़ार की ईंट कितनी मजबूती से लगीं है। |
84.
इंतज़ार भी क्या चीज़ बनाई, एक ख़त्म होता है दूजा शुरू हो जाता है। |
85.
Wait कर रही हूं, उसी पुराने टीले पर जल्दी आ जाओ, अब और लुका छिपी नहीं खेलो। |
86.
कभी बचपन का इंतज़ार, सिर्फ इतना हुआ करता था मम्मी पापा के साथ खिलौने लाएंगे, आज बचपन अपने मम्मी पापा का इंतज़ार कर रहा है। |
87.
एक गुज़ारिश है मेरे दोस्त, समय से आ जाना इंतज़ार न कराना तेरे बिना खुशियां भी सूनी लगती हैं। |
88.
भगवान ने अनुपम दुनियां बनाई थी, ये तो इंसान है जिसने हर घर के दरवाज़े पर “इंतजार ” लिख दिया। |
89.
ये कैसा इंसाफ है, न्याय को पाने के लिए भी करना पड़ता है बरसों इंतज़ार। |
90.
भगवान करे इंतज़ार का फल, कभी जुदाई न हो। |
91.
जब जुदाई आती है, लंबा इंतज़ार संग ले आती है। |
92.
इंतज़ार की घड़ियां इतनी लंबी हो गईं, अब मैंने जाना तुझसे प्रेम की गहराई भी और गहरी हो गई। |
93.
ज़माना कहे इंतज़ार क्यों करते हो, इंतज़ार मेरा विश्वास है जब विश्वास पक्का होता है, इंतज़ार भी पूरा होता है। |
94.
यूं ही नहीं किया था इंतज़ार, सुदामा ने अपने मित्र कृष्ण का उसको पता था कृष्ण ने भी उतना ही, इंतज़ार किया था सुदामा का। |
95.
प्रेम में इंतज़ार ज़रूरी है, तार कहां तक जुड़े हैं पता चल जाता है। |
96.
घटिया लोगों का इंतज़ार नहीं करना, वो दिल और प्यार दोनों को ही नहीं समझते ये तुमने ही तो समझाया था। |
97.
जब कोई नहीं था संग तुमने मेरा इंतज़ार किया था, अब क्यूं न निहारूं तेरा रस्ता संग चलने की अब मेरी बारी है। |
98.
कोई दिन ऐसा भी तो आयेगा, जब मेरा इंतज़ार खत्म हो जाएगा न दुख का दरिया होगा न आंसुओं का सैलाब होगा, सफलता मेरी होगी और रस्ता नया होगा। |
99.
कृष्ण जैसी दोस्ती हो तो सुदामा बन, हर जन्म करूंगी मैं तेरा इंतज़ार। |
उम्मीद करती हूँ कि इंतज़ार पर 2 लाइन की शायरी पढ़कर अपनों की याद ज़रूर आयी होगी। Comment Section में मुझे ज़रूर बताएं कि कौन-सी शायरी आपको सबसे ज़्यादा पसंद आई।