अक्सर ऐसा होता है कि अपनों के साथ होते हुए भी अधूरापन महसूस होता है, उस वक़्त अकेलेपन पर सुविचार पढ़कर थोड़ी राहत मिलती है।
जब मायूस हो तब अपनी पसंद की अकेलेपन पर कविताएं ढूंढ पाना मुश्किल हो जाता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
मैं आपके लिए लायी हूँ ये alone quotes in hindi का संकलन, जिसे आप कभी भी पढ़ सकते हैं और अकेलेपन पर स्टेटस की तरह Share भी कर सकते हैं।
अकेलेपन पर सुविचार | Captions To Feel The PAIN
आइए alone status in hindi पढ़ना शुरू करते हैं –
1. किसी के साथ खामोश रहने से, अच्छा है अकेले रहना। |
2.
अकेली चली हूं पर कारवां, यक़ीनन बना लूंगी। |
3.
अकेले रह कर ज़िंदगी को, बेहतर समझा मैंने। |
4.
खुद से रुठना और खुद को मनाना, Love It. |
5.
तन्हा नहीं हूं मैं, रोज़ आईने से मिलती हूं। |
6.
धुंध छटी तो हर इंसान, अकेला नज़र आया। |
7.
सब मसरूफ़ हो गए खुद में तो हमें, अपना ख़्याल आया। |
8.
Alone नहीं हूं, खुद से दोस्ती की है। |
9.
तन्हाई में अपनी कमियों और खूबियों से, वाकिफ हुई हूं मैं। |
10.
मैं जैसी भी हूं, खुद की Favorite हूं। |
11.
नज़रिए का फ़र्क़ है, उनकी नज़रों में अकेली हूं मैं मेरी नज़रों में आजाद। |
12.
मैं, अपनी Best Friend. |
13.
छोड़ दिया तो बस छोड़ दिया, रुख मोड़ लिया तो मोड़ लिया। |
14.
आज खुद के साथ समय बिताया, तब पता चला I Am Amazing. |
15.
तुम्हें, तुम मुबारक और मुझे मैं। |
16. अकेली नहीं हूं, खुद के साथ खड़ी हूं। |
17.
परछाई ने भी जब साथ छोड़ दिया, रूह ने जिस्म का साथ रूह से निभाया। |
18.
भीड़ से अलग हुई तब जाना, बहुत खूबियां हैं यार मुझ में भी। |
19.
निखर रही हूं मैं, तेरे जाने के बाद। |
20.
मुझे खुद से फुर्सत नहीं। |
21.
इत्तेफाक से मिला अकेलापन, छुपे चेहरे दिखा गया। |
22.
अकेलेपन का एक फायदा हुआ, खुद से रूबरू होने, आईने के पास न जाना पड़ा। |
23.
अपनी ज़रूरत पूरी होते ही लोग, आपको Ignore कर देते हैं। |
24.
तुम्हें Miss नहीं करती, अब मैं। |
25.
तेरे जाने के बाद जाना, तेरा प्यार जिस्मानी था। |
26.
अब समय मिला है क्यों न, अपनी ख्वाहिशें पूरी कर ले। |
27.
चंद लम्हे अपने साथ गुज़ारे, न जाने कितने लम्हें रूबरू हो गए। |
28.
रंग बदलते चेहरों से, हम अकेले अच्छे। |
29.
गुरूर हूं मैं, खुद का। |
30. ज़िंदगी मेरी, किस्से मेरे फिर कोई और क्यों लिखे मेरी कहानी। |
31.
मैं बहुत कुछ करना चाहती हूं, मगर अपनी मर्ज़ी से। |
32.
आंखों में नींद नहीं सपने हैं, जो पूरे करने हैं। |
33.
छोड़ दी तुम्हारी मोहब्बत क्या करूं, खुद से मोहब्बत जो हो गई है। |
34.
तुम साथ होकर भी पास नहीं तो, बेहतर है अकेले रहना। |
35.
अपनी क़द्र खुद करना, शुरू करो। |
36.
अपनी इज्जत के लिए, किसी की मोहताज नहीं मैं। |
37.
मेरी पहचान मैंने, खुद बनाई है। |
38.
आज जो हंस रहे मुझ पर, कल मेरी कामयाबी पर तालियां बजाने वाली भीड़ का हिस्सा बन जाएंगे। |
39.
जो मुझे चाहिए, खुद हासिल करने का हौसला रखती हूं। |
40.
हैसियत दुनिया को दिखाऊंगी, अपनी शख़्सियत खुद बनाऊंगी। |
41.
जिसे तलाशती थी मैं इधर-उधर, वो था मेरे ही अंदर। |
42.
इस बड़ी-सी दुनिया में, मैं अकेली मंज़िल ढूंढने निकल पड़ी हूं। |
43.
कृपया Disturb न करें, मैं इस वक़्त Myself Mode में हूं। |
44.
आज मैं खुद के साथ, Date पर जा रही हूं। |
45.
अपनी तरह की अकेली हूं मैं। |
46.
शुक्रिया, ऐ ज़माने तेरे दिए दर्द ने, मुझे मेरे वजूद से मिला दिया। |
47.
उसने कहा था, तुम कुछ नहीं कर पाओगी, पर मैंने तो कमाल कर दिया। |
48.
तुम्हारी दी चोट ने मुझे, ऊंचाई पर पहुंचाया है Thanks. |
49.
खुश हूं आज मैं अपने लिए, बहुत जी लिया दूसरों के लिए। |
50.
मेरी ज़िंदगी का समंदर भी, मैं और लहरें भी मैं। |
51. मैंने किसी को ये हक़ नहीं दिया कि वो, मुझे Abuse करें। |
52.
तुम्हें नीचा दिखाने की हसरत नहीं, हसरत तो खुद को ऊंचा उठाने की है। |
53.
आसमां बाहें फैलाए है, मैं उड़ने को तैयार हूं। |
54.
हवाओं में सरगम जश्न मना रही, मेरी कामयाबी का। |
55.
बनाया है खुद को, कई बार गिरा कर। |
56.
कई बार गिरी पर, हारी नहीं। |
57.
अब नहीं सोचना कि लोग, क्या कहेंगे। |
58.
मतलबी लोगों की भीड़ में, मैं अकेली अच्छी। |
59.
चांद तारे तुमसे नहीं मंगवाने, खुद लाने है। |
60.
बिस्तर की सिलवटों से, ऊपर उठ गई हूं मैं। |
61.
मेरे फैसले मैं खुद लूंगी, कोई और नहीं। |
62.
मेरी कश्ती का समंदर भी मैं, किनारा भी मैं। |
63.
स्त्री वो आग है, जो पानी से निकल आती है। |
64.
अब तक तराशा सबको, अब खुद को तराशना है। |
65.
खुद से मिली तो जाना, अभी कितना कुछ है जानने को हमारे दरमियां। |
66.
मेरी रूह का सुकून, मेरे पास ही मिला। |
67.
अपनी किस्मत लिखने का काम, मैंने अपने हाथ में ले लिया है। |
68.
मेरा Priceless समय, मेरे साथ समय बिताना। |
69.
मुझे Judge करने वालों, तुम मुझे जानते कितना हो? |
70.
मैं वो नहीं जो आंधियों से डर जाऊं, हौसलों का पहाड़ है मेरे पास। |
71.
लोग कुछ भी कहें, मुझे उनके Approval की ज़रूरत नहीं। |
72.
रंग मेरी उड़ान के, फ़िज़ाओं में घुल रहे। |
73.
तुम्हारी बेपरवाही ने, अपनी परवाह करना सिखा दिया। |
74.
मैं जैसी हूं वैसी हूं, किसी के लिए बदलना नहीं मुझे। |
75.
अच्छा ही हुआ, वो अपने रास्ते मैं अपने रास्ते। |
76.
मुझे Judge करते हैं सब, अपने तरीके से मैं चलती रहती अपने तरीके से। |
77.
Society Fear आया था मेरे पास, दरवाज़े से लौटा दिया। |
78.
फर्क नहीं पड़ता, अब ज़माने की बातों से खुद में व्यस्त हो गई हूं। |
79.
चाहा है खुद को, खुद से ज़्यादा। |
80.
जुनून हर एक, सांस में है। |
81.
फिर मिलूंगी खुद से, वक्त अगर मिला। |
82.
ख़्वाबों को मुकम्मल करने, निकल पड़ी हूं मैं। |
83.
शिकायत नहीं ज़माने से, ऊंचाइयों में मेरी कहीं-न-कहीं शामिल है वो। |
84.
अकेली हूं पर हौसला, चट्टानों से टकराने का रखती हूं। |
85.
खड़ी हूं अपने पैरों पर, खुद की बदौलत। |
86.
कमतर न आंकना मुझे, बेड़ियां तोड़कर आई हूं। |
87.
मैं अपनी चाहतें पूरी करने लगी, इसलिए मैं खुश रहने लगी। |
88.
सपने जो तह कर दिए थे, निकाल रही हूं। |
89.
कुछ नहीं से बहुत कुछ बन गई हूं मैं। |
90.
बेफिक्र मनमर्ज़ियाँ। |
91.
बंदिशों से मुक्ति, खुला आसमां और आसमां छूती मैं अलग-सा नशा है। |
92.
बारिश की बूंदों में, भीगती मैं और मेरा मन संगीत सुकून का। |
93.
मुझे पता है क्या करना है, So Please. |
94.
वो दिन गए जब नारी, मंजूरी की तलबगार हुआ करती थी। |
95.
आज़माना न मुझे, मेरी सीमाओं की कोई हद नहीं। |
96.
मंज़िल तक पहुंचना आसान नहीं था, आसान काम पसंद भी नहीं मुझे। |
97.
पहली बार खुदा से अर्ज़ियों में, अपनी खुशियां मांगी है। |
98.
तकिए के नीचे, कुछ ख़्वाब रखे थे दिल में संजो अरमान रखे थे, वक्त वो पुराना था। |
99.
खुद से मिलने के बाद, बेफिक्र-सी हो गई हूं मैं। |
उम्मीद करती हूँ कि अकेलेपन पर शायरी पढ़कर आपको सुकून मिला होगा। Comment Section में मुझे ज़रूर बताएं कि कौन-सी शायरी आपको सबसे ज़्यादा पसंद आई।