टूटे दिल का दर्द सहना किसी सज़ा से कम नहीं होता। कुछ लोग दो लाइन की बेवफा शायरी लिखकर तो कुछ लोग पढ़कर अपना दर्द कम करते हैं।
अगर किसी की याद में दर्द भरी शायरी से कुछ देर के लिए सुकून मिल भी जाए तो वो उस इंसान के लिए काफ़ी होता है।
ऐसे ही Broken Heart Quotes और दो लाइन की दर्द भरी शायरी को मैंने अपने इस संकलन में शामिल किया है, जिन्हें आप कभी भी पढ़ सकते हैं।
दो लाइन की बेवफा शायरी | Thoughts To Help You HEAL
आइए प्यार में धोखा शायरी पढ़ना शुरू करते हैं –
1. वजूद मेरा खत्म हो गया, आपसे मिली बेवफाई का अंजाम था दिल पूरी तरह सपुर्द-ए-ख़ाक हो गया। |
2.
सूरत देखते है जब आईने में, यक़ीन करना मुश्किल हो जाता है आपके दिए धोखे का ही सुरूर है, ख़ुद के बारे में सोचने से भी घबराते हैं। |
3.
याद करके उनको हर रोज़, थोड़ा-थोड़ा मर रहे थे ख़ामोश थे मगर खुश थे, कम से कम अपनी धुन में जी तो रहे थे। |
4.
दिल टूटा आवाज़ नहीं, सनम छूटा कोई बात नहीं अब तो जग भी छूट जाए, परवाह नहीं। |
5.
डूबते सूरज को देखकर दिल उदास हो रहा है, खुश है वो फिर भी उनका यार सरेराह बदनाम हो रहा है। |
6.
हर एक पर भरोसा करना हमनें छोड़ दिया है धोखा ऐसा मिला ज़माने से हर एक से नाता तोड़ लिया। |
7.
तड़प रहे थे जिनकी यादों में, हैरान हो गये उन्हें देखकर खुश थे वो तो किसी और की बाहों में। |
8.
जिसकों चाहा ख़ुद से भी ज़्यादा, उसका तो झूठा निकला हर एक वादा। |
9.
यादों को भी कह दिया हमनें, ख़यालों में आना छोड़ दे जी लेंगे हम आराम से बस वो ख्वाबों से भी रिश्ता तोड़ ले। |
10.
तिनका-तिनका करके यादों का घरौंदा सजाया था, खामोशी से हर याद को दिल में बसाया था न जाने कहाँ से आई बेवफाई, मेरी यादों की भी कर गई रुसवाई। |
11.
रूठे है आज हमसे वो तो क्या, हक़ है हमें भी रूठने का आ कर मनाएं हमें इसमें कैसी हया। |
12.
सात फेरे लिए थे तुमसे, वादा किया था साथ रहेंगे जन्म-जन्म न जाने फिर भी कैसी ख़ता हो गई, रिश्ता ही तोड़ दिया आपने हमसे सनम। |
13.
हर आहट पर आजकल लगता है डर, ज़िंदगी के मोड़ पर धोखे मिले इतने पास समझते थे हम जिसे, दूर होते है वो हमसे उतने। |
14.
पति है आप मेरे मालूम है, पत्नी हूँ मैं आपकी क्या आपको इल्म है भारी पडी़ आपकी बेवफाई पर मेरी वफ़ा, इसमें भी मेरी ख़ता। |
15.
रूख़सत हो जाएंगे आपकी जिंदगी से हंस कर, शौक़ हमको भी नहीं है आपकी बंदगी का। |
16. ख़्वाहिश थी मरते दम तक रहूँ साथ, चाहे जितनी भी आए परेशानियां अफ़सोस आपको मुझमें दिखी सिर्फ खामियां। |
17.
ख़ुद पर बहुत इतरा रहे थे, आज थोड़ा शरमा रहे थे नादान दिल को दुःख में भी, हंसना सिखा रहे थे। |
18.
पानी जैसा साफ़ था मेरा दिल, हर हाल में उनके लिए तड़प रहा था वेवफा तो वो थे , जिनका दिल किसी और के लिए धड़क रहा था। |
19.
शिकायतें करना हमनें छोड़ दिया है, जाने कब ये भी मेरा साथ छोड़ दें जो बची है खुद की सांसे, उनसे भी मुंह मोड़ना सीख लिया। |
20.
कदम रूक गऐ हैं, लव खामोश हो गये हैं अपनी वफ़ा का सबूत देते देते, लाश को रखने वाले ताबूत बन गए है। |
21.
धोखे से उनके जल रहा है दिल, टूट रही है हर हसरत अब तो रब ही करे, मुझ पर अपनी रहमत। |
22.
तकलीफ हुई है मुझे उनके धोखे से, उड़ गई मेरी सारी उमीदें बेवफाई के झोंके से। |
23.
मौसम की तरह उनका प्यार भी बदलता रहता है, दग़ा ऐसा देते हैं वो आज हम तो कल कोई और तड़पता है। |
24.
हर रिश्ते को हम जायज़ मानते थे, ये उनकी नज़रों का फेर था जो हमारी मुहब्बत को भी नाजायज़ मानते थे। |
25.
रेगिस्तान की तरह, बंजर हो गया है दिल मौन कर लिया है खुद को, अपने अरमानों को अंदर ही अंदर लिया है सिल। |
26.
बहुत मुश्किल है तुम्हारी, बेवफाई को दिल से भुलाना क़तरा-क़तरा करके मैंने जज़्बातों को समेटा, फिर जाकर ख़ुद को हालातों से लपेटा। |
27.
जीने की ख़्वाहिश हमनें छोड़ दी है, धोखे मिले मुहब्बत में इतने, साँसों ने साँसों की आस भी छोड़ दी है। |
28.
हर पल याद आती है आपकी, सोचते है पता नहीं कैसी थी मजबूरी हमें छोड़ने से पहले बताना भी न समझा ज़रूरी। |
29.
लिबास की तरह बदल रहे हो, रोज़ अपनी मुहब्बत को संभल जाओ हमनें बदलना शुरू किया तो, मुश्किल हो जाएगा ढूंढना कफ़न को। |
30. खोने को कुछ बचा नहीं, पाने की कोई चाह नहीं मौत भी आ जाए तो, कोई गिला नहीं। |
31.
ज़िंदगी से विश्वास टूट गया, दिल के एक कोने में घर था भरोसे का आपके धोखे से वो भी छूट गया। |
32.
भूलना चाहते हैं जिन्हें, याद आते है उतना, अब और कितना इम्तिहान दें हम, जब भरा हो जीवन में गम़ का पैमाना़। |
33.
सूख गया आंखों का पानी, बंद हो गया है दिल का धड़कना बेवफाई में आपके अब हमको है, ज़िंदगी भर तड़पना। |
34.
शौक़ नहीं है किसी के साथ का, खुश हैं अपनी ही दुनिया में प्यार में मिले धोखे से जीना सीख लिया है, अब डर नहीं किसी बात का। |
35.
नींद नहीं आती आजकल, रात में भी जागते हैं रिश्ते में मिली है जो बेवफाई, ख़ुद से भी डरती है मेरी तन्हाई। |
36.
बारिश का मौसम पहले लगता था सुहाना, अच्छा लगता था हर समय इसके साथ वक्त बिताना, आपके धोखे ने इसे भी कर दिया बेगाना। |
37.
जख्म़ गहरा हो तो भी भर जाता है, लेकिन अगर अपनों ने दिया हो तो समय के साथ और उभर आता है। |
38.
पहले की तरह चाय अब मीठी नहीं लगती, दिल के कोने में रिश्तों के लिए जो थी मिठास दिल टूटने से उसमें भी आ गई खटास। |
39.
याद है मुझे आज भी, पहली मुलाकात में दिया था आपने फूल गुलाब का, मासूम थे हम समझ ही नहीं पाए, झूठा था नक़ाब आपका। |
40.
शिद्दत से चाहा था आपको, ख़ुद से ज़्यादा भरोसा किया परवाह नहीं की मेरी चाहत की, दे दिया वो हक़ किसी और को जो मेरी थी अमानत। |
41.
रात को सोते हुए भी हम जागते हैं, ख़ौफ़ ऐसा है आपकी बेवफाई का अपने साये से भी घबरा जाते हैं। |
42.
क्या करें कुछ समझ नहीं आता, मिला है धोखा आपसे इतना ख़ुद पर न हंसना आता है न रोना। |
43.
बाहर निकलने से भी डरते हैं, लोग मुझे पर ताने कसते हैं रोते हैं अपने हाल पर, हालात ऐसे है अकेले में भी तड़पते हैं। |
44.
आज बरसों बाद पुरानी तस्वीरें देखीं, बेवफाई ने आपकी मुझे हिला दिया मैंने कमबख़्त तस्वीरों को ही जला दिया। |
45.
बरसों बाद मैंने हंसना सीखा, टूटा था जो दिल आपकी याद में उसे जोड़ने का इरादा छोड़कर, मैंने बदलना सीखा। |
46.
सोते हैं जब सब, आपकी याद में रोते हैं तब क्या करें किसी ने देख लिया हमें रोते हुए, बिखर जाएँगे वो भी कांच की तरह टूटे हुए। |
47.
एक हसीन ख़्वाब-सा था, आपका मेरे साथ होना एक बुरा सपना था, आपका साथ मेरे साथ होते हुए भी न होना। |
48.
शरीर में मिले घावों को हम जैसे तैसे सह रहे थे, चुप थे लेकिन जी रहे थे आपकी बेवफाई से जिंदा लाश बन गए हैं, चाह कर भी मर नहीं पा रहे। |
49.
होंठों की हंसी भी खामोश हो गई है, छला गया है मेरी भावनाओं को आस बची थी जो उनके आने की, तोड़ दिया उन संभावनाओं को। |
50.
रास्ता बहुत आसान लगता था मुहब्बत का, आसानी से उन्होंने बेवकूफ बनाया अस्मत को तार-तार करके सरे बाज़ार, शर्मींदगी का अहसास कराया। |
51. शुक्र मनाते हैं आपके दिए धोखे से, ख़ुद को जानने लगे हैं जिनकी बेवफाई को वफ़ा समझते थे उन्हें पहचानने लगें हैं। |
52.
हैरान हो गई मेरी आंखे, अपने टूटे दिल का हाल सोचकर अफ़सोस होता है बेवफा के लिए, ख़ुद को परेशान देखकर। |
53.
औक़ात मेरी थी नहीं उनके क़ाबिल बनूँ, फिर भी उन्होंने दोस्ती का हाथ बढ़ाया इस्तेमाल करके मुझे, अपनी ज़िंदगी के पन्नों से ही हटाया। |
54.
टूटे दिल का हाल किसी को बता नहीं पाते, रिश्ते में मिले धोखे को समझा नहीं सकते पूछते हैं सब तुम चुप रहते क्यों हो, अफसोस वजह भी हम क्या बताते। |
55.
सब्र का इम्तिहान हम दे नहीं सकते, छलक रहा है जो आंसूओ का पैमाना मुश्किल है अब टूटे दिल का संभल पाना। |
56.
लम्हा वो हर याद आता है, बिताए थे जो खास पल मैंने आपके साथ उन पलों को याद करके, दिल का हर कोना सिहर जाता है। |
57.
कसमें खाई थी साथ हमनें, हरपल एक दूसरे के साथ रहेंगे हर कसम तोड़ दी आपने, बाहों में किसी और के चले गए मेरे सामने। |
58.
डूब रहा था सूरज, देख रहे थे हम उसको टूटे दिल की फरियाद करे किसको। |
59.
रास्ता घना था तो क्या, फिर भी हम तैयार थे साथ निभाने को एक बार हमें आज़्मा के देखते, हर जगह हमें ही पाते। |
60.
रंग मुहब्बत का ऐसा चढ़ा था मुझ पर, हो गये थे मदहोश़ बेवफा ने ऐसा उतारा नशा, उड़ गए अपने ही होश़। |
61.
क्या मिला सनम इस कदर दिल तोड़ के, रूठे हुए चांद को मनाने के लिए यारा हम तो हाथ भी जोड़ ले बस एक बार वज़ह बता दो, क्यों गए हमसे मुंह मोड़ के। |
62.
तेरी यादों की महफ़िल है खूबसूरत लेकिन, तेरे दिए हुए धोखे हैं बदसूरत। |
63.
जग छूटा तो कोई बात नहीं, रब रूठा तो मना लेंगे हम यार मेरा रूठा तो सच कहते हैं, दुनिया से ख़ुद को मिटा लेंगे हम। |
64.
क्या हुआ जो इस जन्म में तुम न मिले सनम, तेरा साथ है इतना प्यारा तुझे पाने के लिए हम जन्म लेंगे दोबारा। |
65.
किताबों के पन्नों में आपके ख़त छुपाएँ हैं, हर ख़त को पढ़कर आंसू बहा रहे हैं बेवफाई में ऐसा धोखा मिल रहा है, न हंस पा रहे हैं न रो पा रहे हैं। |
66.
इल्तजा मेरी बस इतनी है, जैसे मुझ को छोड़ा किसी और को न छोड़ना, रूसवा करके अब और किसी का दिल न तोड़ना। |
67.
वीरान-सी लगती है अब ये दुनिया, हर क़दम पर डर लगता है जितना भूलना चाहते हैं उसे, उतना वो याद आते हैं। |
68.
सफ़र हसीन था आपका और मेरा, न जाने कहाँ से धोखे का सैलाब आया बहा ले गया भरोसे का कतरा-कतरा। |
69.
लाख कोशिशों के बाद भी, भुला नहीं पाएंगे आपको, यादें ऐसी बस गयी हैं आपकी दिल में ख़ुद को तन्हा पाते हैं भरी महफ़िल में। |
70.
दिल को बहुत समझाया, उनके प्यार को दिल में बसाया मगर अफसोस इस प्यार में ही हमने, अपना सब कुछ गंवाया। |
71.
यादों को उनकी सीने से लगाया है, मर तो हम कब के जाते उनकी यादों ने सोए हुए दिल को जगाया है। |
72.
खूबसूरत चेहरा उनका बेवफाई का जाल था, हसीन ख्वाब की तरह हम उसमें फंसते चले गए जितना सुलझना चाहते थे उतना उलझते चले गए। |
73.
ताश के पत्तों सी बिखर गई है जिंदगी, आपके धोखे का ही इनाम है भूल गए अब खुद की पहचान। |
74.
धूं धूं कर जल गई अरमानों की डोली, सूना हो गया जीवन अब जीवन में न कोई दीवाली न कोई होली। |
75.
सोचते थे रंग गहरा है प्यार का, कभी उतरेगा नही अरमान चकनाचूर हो गये, ऐसा दर्द मिला जो कभी भरेगा नही। |
76.
मुद्दतों बाद खुद को आइने में निहार रहे थे, टूटे दिल को आइने में समझा रहे थे कल तक जो हमारी जुल्फों को संवारते थे, आज किसी और की जुल्फें सहला रहे थे। |
77.
धूप की उजली किरण जैसा अपना प्यार था, हद से ज्यादा उन पर विश्वास था धोखे की बारिश ऐसी आई , दे गई जमाने भर की जुदाई। |
78.
दरार आई आइने में, हाथ से छूट गया बेवफाई मिली रिश्ते में, पल भर में टूट गया। |
79.
सिफारिश चांद से जा के कर दे कोई, मेरा यार रूठ गया है शायद दिल पिघल जाए मेरे यार का, चांद की चांदनी को निहारकर। |
80.
तफ्तीश से मिलेंगे तो बताएंगे हम, अपने टूटे दिल का हाल मायूस हो गए है जिंदगी से, हर पल अखियाँ रहती है बेहाल। |
81.
चोट ऐसी लगी सीने में, दर्द हुआ दिल के कोने में बेवफा तुम क्या जानो, कैसा दर्द मिलता है यार को खोने में। |
82.
भीग गए है यादों की बारिश में सर से पांव तक, अंजाम ऐसा मिला कि डर जाते है देख के अपना साया तक। |
83.
कया खूब रंग दिखाती है जिंदगी, सच झूठ को पहचान नही पाती अपनो के ही जाल में फंस जाती है जिंदगी। |
84.
दोस्त थे तुम मेरे, कहते थे छूट जाए चाहे सारा जमाना मरते दम तक दोस्ती निभाएंगे भूला दिया पल में सारा फसाना, हवा के झोंके की तरह कर दिया खुद से बेगाना। |
85.
बिछड़ने का दर्द देना था तो मिलाया कयो, मिला के दिल तोड़ना था तो दिल लगाया कयो। |
86.
खुशनुमा ख्वाब सा लगता था यादों का बसेरा, टूटा जब दिल तो जाना बेवफा निकला दिल का लुटेरा। |
87.
हर घड़ी याद उन्हें करते है, दिल ही दिल में रो लेते है कया करे बेवफा उन्हें कह नही सकते, अपनी किस्मत को पर ही रोते है। |
88.
नाज़ है मुझे अपनी मुहब्बत पर, सच्चे दिल से चाहा था उन्हें एक वो है जिन्होंने हमारी मुहब्बत को ही झुठलाया। |
89.
मिन्नते कर रहे थे हजार, दिल न तोड़ो हमारा बार बार मासूम थे हम समझ नही पाए, बुजदिल कया समझे प्यार। |
90.
रोशन है आपकी मुहब्बत का चिराग मेरे दिल में, दगा दिया आपने हमे तो क्या वफादारी कायम है अभी भी मेरे दिल में जनाब। |
91.
सूना लगता है आंगन, सूनी लगती है गलियां प्यार का मीठा जहऱ देकर आपने मेरी आबरू को छल लिया। |
92.
अकेले बैठे सोच रहे थे, किस्मत को अपनी कोस रहे थे दिल तोड़कर आपको क्या मिला, मज़ाक तो जमाने में हमारा बन गया अब किस से करे गिला। |
93.
सिमटे से रहते है हम आजकल, अपनी ही धुन में जी रहे है मीठे घूंट की तरह जुदाई के ग़म को पी रहे है। |
94.
सितम मुझ पर किस्मत ने ऐसा ढाया, जिसे हम जान से भी ज्यादा समझते थे एक झटके में कर दिया उसने पराया। |
95.
शाम अब हसीन नही लगती, जिंदगी अब रंगीन नही लगती शायद टूटे दिल का ही असर है, बेजान मेरा आने वाला कल है। |
96.
महबूब की याद में रोज़ थोड़ा थोड़ा मर रहे है, ख्वाहिश बची है थोड़ी सी अभी अर्थी को मेरे वो ही कांधा दे, जब मरे हम कभी। |
97.
खामोश से होकर सागर की लहरों को ताकतें है, दिल टूटा, साथ छूटा बेबस होकर बस अपने दिल में झांकते है। |
98.
जिक्र जब उनका आएगा, उस बेबफा का नाम भी जवां पर आएगा रोक ले चाहे सारा जमाना , अब बेवफा से नही घबराना चाहकर भी अब किसी से दिल नही लगाना। |
99.
मर रहे है आपकी यादों में, पता नही कब दुनिया से चले जाना फुर्सत मिले तो जनाज़े में हमारे दो चार फूल चढ़ा जाना, वरना मौत पर हमारे हंसेगा जमाना। |
उम्मीद करती हूँ कि दो लाइन की बेवफा शायरी पढ़कर आपकी कोई पुरानी याद ज़रूर ताज़ा हुई होगी। Comment Section में मेरे साथ अपनी पसंदीदा शायरी Share करना न भूलें।