जब बात खुद के लिए दो लाइन कहने की हो तब क्या आप भी गहरी सोच में पड़ जाते हैं और सबके सामने बोलने से हिचकते हैं ? 

बहुत लोगों के साथ ऐसा होता है कि वे खुद के लिए कुछ अच्छी बातें नहीं बोल पाते क्योंकि वो जो महसूस करते हैं, उसे शब्दों में कह पाना मुश्किल होता है।

मेरे इस संकलन में आपकी इस परेशानी का बेहतरीन हल है। मैंने इस संकलन में Confidence Quotes के अलावा अपने आप पर शायरी को भी शामिल किया है, जिन्हें आप जब चाहें Share कर सकते हैं।

खुद के लिए दो लाइन | 99 Sayings For Self LOVE

आइए खुद के लिए जीना शायरी पढ़ना शुरू करते हैं –

1.

साधारण-सी हूँ मैं और,

पसंद है हमेशा सादगी में रहना

दिखावटी लोगों से पसंद है,

मुझे खुद को दूर रखना।

 

2.

न कड़वा बोलना आता है मुझे,

कड़वा सुनना चाहती हूं

मीठे बोल प्यार के बस,

कहना और सुनना चाहती हूं।

 

3.

मैं मुस्कुराती हूँ तो पड़ते है,

जो गालों पर डिम्पल

कई लोग देखकर उसे तारीफ में मेरी,

लिख देते है शायरी और ग़ज़ल।

 

4.

मुस्कुराना मुझे अच्छा लगता है,

गम भी छुपाना जानती हूँ

ख़ुदा के अलावा खुद को मैं,

ख़ुद ही अच्छे से जानती हूँ।

 

5.

ख़ुद को जब आईने में देखती हूं,

देखकर मुस्कुराती हूँ

फिर एक उम्मीद की नई किरण ख़ुद में,

ख़ुद की तारीफ कर ही जगाती हूँ।

 

6.

डरती नहीं आसानी से,

ना ही कोई मुझे डरा सकता

कड़ी मेहनत से अगर ठान लूं कुछ करने की तो,

कोई भी मुझे कभी नहीं हरा सकता।

 

7.

बहुत अच्छा लगता है,

मुझे अक्सर साड़ी पहनना

ख़ुद को सज संवार कर,

बार-बार आईने में निहारना।

 

8.

दिल दुखाया नहीं किसी का मैंने,

न ही कभी दिल दुखाना जानती हूं

हाँ मगर झूठ का साथ नहीं देती,

सच्चाई को ही अपनाती हूँ।

 

9.

ख़ुद पर करती हूं पूरा विश्वास मैं,

हां खुद से प्यार है मुझे

रखती हूँ साथ-साथ सबका ध्यान,

मगर अपनी भी बना रही हूँ अलग पहचान।

 

10.

लिखने का रखती हूं शौक और,

ज़िन्दगी भर लिखना चाहती हूँ

उम्र के आख़िरी पड़ाव तक,

अपनी कलम से जुड़े रहना चाहती हूँ।

 

11.

मुझे गुनगुनाना अच्छा लगता है,

मुझे मुस्कुराना अच्छा लगता है

मुझे मुस्कुराहट से ही अपने चेहरे को,

खूबसूरत बनाना अच्छा लगता है।

 

12.

न लेना पंगा मुझसे,

वरना मुंह की खाओगे

बचे-कुचे दांत भी,

यूँ ही तुम गंवोगे।

 

13.

जब कोई मेरे दिल तोड़ता है तो,

मुझे बहुत गुस्सा आता है

बात करना तो दूर की बात है,

उसे देखना भी मुझे नहीं भाता है।

 

14.

जब करते है मेरी तारीफ सब,

उनके सामने मैं बस मुस्कुराती हूँ

मगर अकेले में मैं,

नाचती और खुशी से गाती हूँ।

 

15.

उम्र नहीं देखती मैं अपनी,

जब आगे बढ़ना चाहती हूँ

हर किसी से बस नया कुछ,

सीखना और सीखाना चाहती हूँ।

 

16.

जब कोई छोटा=सा उपहार भी देता है तो,

मैं बहुत खुश हो जाती हूं

उसे बहुत ही संभाल कर रखती हूँ मैं,

ताउम्र उसे याद करती जाती हूँ।

 

17.

दोस्ती में अपनी,

पूरी ईमानदारी से निभाती हूं

जब भी काम आऊँ अपने दोस्तों के तो,

बहुत खुश हो जाती हूँ।

 

18.

हर काम को समय पर,

पूरा करना मुझे भाता है

आलस का तो मुझसे,

दूर-दूर तक न कोई नाता है।

 

19.

हर फ़र्ज़ को पूरे विश्वास और,

श्रद्धा से निभाती हूं

अपनों की खुशी के लिए मैं कभी भी,

कुछ भी कर जाती हूं।

 

20.

भोली-सी सूरत मेरी,

भोला ही है मेरा अंदाज़

रखती नहीं किसी के लिए कड़वाहट मन में कभी,

मन है मेरा बिल्कुल साफ।

 

21.

है मेरा स्वभाव ऐसा,

सबके साथ जल्दी घुल मिल जाती हूँ

सबको जल्दी ही अपना,

अच्छा दोस्त बना लेती हूँ।

 

22.

घूमने का बहुत शौक है मुझे,

बस बाहर जाने के मौके ढूंढ़ा करती हूँ

बिन पंख ही उड़ना चाहती हूँ खुले गगन में,

उसके लिए हर संभव प्रयत्न करती हूँ।

 

23.

खुशमिज़ाज हूँ मैं,

भला कौन मुझे रूलाएगा

जो मुझे रुलाने की सोचेगा भी,

वो खुद आसूं के भंवर में डूब जाएगा।

 

24.

गायिका नहीं हूँ मैं भले,

फिर भी बार-बार गुनगुनाती हूँ

गुन गुना के अपने काम,

चुटकियों में मैं निपटाती हूँ।

 

25.

बोलती हूँ मैं अच्छा,

यह मुझे लोग कहते हैं

मेरी बोली सुनने के लिए,

लोग हरदम मौके ढूंढते हैं।

 

26.

जो बोलती हूँ मैं वही मैं करती हूँ,

नहीं लोगों की तरह अपने स्वभाव को

किसी ग़ैर के लिए कभी भी बदलती हूँ।

 

27.

वो दिमाग से वार कर रहे थे,

हमनें दिल से ऐसा वार किया

वो निभा रहे थे जो दुश्मनी अब तक,

हमनें उन्हें अपने प्यार से अपना बना लिया।

 

28.

मैं नहीं बिल्कुल भी किसी से कम,

नारी हूँ मगर मुझमें है बहुत दम।

 

29.

काग़ज़, कलम लिए बैठती हमेशा,

लिखना मुझे बहुत ही भाये

क्या पता कब मुझे,

कोई भी Idea आ जाए।

 

30.

Cooking का बहुत है शौक मुझे,

हर दिन कुछ न कुछ

नया मैं Try करती हूँ,

बना बनाकर खिलाती हूँ सबको

अन्न कभी न,

बरबाद करती हूँ।

 

31.

माँ हूँ इसलिए मैं माँ की ममता को,

हरदम महसूस करती हूँ

बच्चों को हमेशा अपनी,

नज़र के पास ही रखती हूँ। 

 

32.

जबसे मैं बनी माँ,

तब से मैंने ये जाना

माँ की ममता से,

अनमाेल नहीं कोई खजाना।

 

33.

माँ तुम बहुत प्यारी हो,

यह मेरे बच्चे मुझे कहते हैं

मेरी बांहों के झूले में वो,

अक्सर झूला करते हैं।

 

34.

मैं अपने बच्चों के साथ,

माँ के साथ-साथ दोस्त बनकर रहती हूँ

उनकी हर परेशानी को सुनकर,

तुरंत ही मैं दूर करती हूँ।

 

35.

मेरे बच्चे मेरी ज़िंदगी मेरी जान है,

उनसे मिली मुझे माँ की पहचान है। 

 

36.

हर दिन मैं करती हूँ,

प्रभु के सामने यह दुआ

मेरे बच्चों को मिले,

जीवन भर ढ़ेरों खुशियाँ।

 

37.

ऐसा कुछ खास रिश्ता है,

मेरा मेरे बच्चों के साथ

बिन कहे ही समझ जाती हूँ,

मैं आसानी से उनकी हर बात।

 

38.

माँ कहकर मेरे बच्चे जब भी,

प्यार से मुझे पुकारा करते हैं

मेरे सारे ग़म तब खुशियों में,

बदल जाया करते हैं।

 

39.

रखती हूँ मैं ख़ुद से ज़्यादा,

अपने बच्चों का ध्यान

कोशिश करती हूँ उन्हें मिले अपनी,

अलग एक अच्छी पहचान। 

 

40.

जब खुश होते हैं बच्चे मेरे,

मैं भी खुश हो जाया करती हूँ

उनकी मायूसी देखी नहीं जाती,

उनके साथ मैं भी उदास हो जाया करती हूँ।

 

41.

मस्त रहती हूँ,

मैं खुश रहती हूं

अपनी ज़िंदगी को, 

अपने मुताबिक जीती हूँ। 

 

42.

न किसी बंधन में बंधना चाहती हूं,

ही किसी को किसी बंधन में बांधना चाहती हूं

मैं खुली हवा में बस,

पंछी बन उड़ना चाहती हूं।

 

43.

समय का जानती हूं महत्व मैं,

इसलिए समय पर ही हर काम करती हूं

बहाने मारकर न समय अपना,

मैं बर्बाद करती हूँ।

 

44.

माना कि मैं बहुत खूबसूरत नहीं कि,

कोई भी मेरा दीवाना बन जाए

मगर इतनी भी बदसूरत नहीं कि,

कोई भी मुझे आसानी से भूल जाए।

 

45. 

मैं बड़े-बड़े सपने देखा करती हूँ और,

उसे पूरा करने का हौंसला भी रखती हैं।

 

46. 

मेरी आँखों ने कुछ ऐसा असर दिखाया,

वो बिन पिये ही नशीला हो लड़खड़ाया।

 

47.

अच्छा लगता है मुझे किताबे पढ़ना, 

कुछ समय के लिए उनमें खो जाना।

 

48.

Weight मेरा जब-जब भी बढ़ता है,

मैं Tension में आ जाती हूँ

कभी चलती हूँ तेज़ तो कभी,

ख़ुद से ही Race लगाती हूँ।

 

49.

मैं जब-जब कलम उठाती हूँ, 

दिल ही दिल में बहुत सुकून पाती हूँ। 

 

50.

बन गई हूँ लेखिका मैं,

अब हो रही कई देशों में

मेरी अपनी पहचान,

आगे बढ़ना

रुकना नहीं मुझे अब,

बढ़ाना है अपनों का मान। 

 

51.

जो मुझे करना अच्छा लगता है, 

वही मैं करती हूं

किसी की फालतू बातों की, परवाह नहीं करती हूँ। 

 

52.

काजल लगा के, मेरी आंखे बहुत सुन्दर हो जाती है, 

मेरी खूबसूरती और बढ़ जाती है।

 

53.

हर किसी की, करती हूँ मैं सहायता। 

जिसे करना मुझे, बहुत अच्छा है लगता। 

 

54.

करना चाहती हूं मैं ऐसा कुछ, दुनिया में अलग नाम बना पाऊँ। 

भीड़ में भी अपनी अलग, एक पहचान बना पाऊँ। 

 

55.

अच्छा लगता है मुझे,सबसे बातें करना। 

अपनी बातों से, सबको अपना बनाना।

 

56. 

मैं हर दिन जिंदगी से सीखती हूँ, 

खुशियों से हर चीज के मजे लेती हूँ। 

 

57. 

मेरे चेहरे की तारीफ, जब जब वो करते हैं, 

शायरी नई नई हरबार लिखते है। 

 

58.

मेरे दोस्त जब भी, दिल से मुझे पुकारते है। 

अगले ही पल पास वो, मुझको पाते हैंl

 

59.

मैं अधूरी है तेरे बिन और, 

मेरा हर श्रृंगार अधूरा है तेरे बिन। 

 

60.

जब से मैं उनकी दीवानी बनी हूँ, 

खुद को मैं अब भूलने लगी हूँ। 

 

61.

मेरी मुस्कान के हैं कई कायल,

मुस्कुराती नहीं ज़्यादा

क्योंकि कहीं हो ना जाए,

वो सब घायल।

 

62.

बोलती वही हूँ मैं,

जहाँ ज़रूरत हो

जहाँ झूठ फ़रेब जैसी,

न कोई सूरत हो।

 

63.

हर फ़र्ज़ को निभा,

लेती हूँ मैं अच्छे से

ख़ुद को ढाल लेती हूँ,

सबके साथ अच्छे से।

 

64.

मेरी अदा है सबसे निराली,

किसी और के लिए न मैं इसे बदलनी वाली।

 

65.

दिल में मेरे कई सवाल उठते हैं,

उनको ख़ुद से ही सुलझाती हूँ

जब तक न मिले जवाब मुझे,

कहीं चैन न पाती हूँ।

 

66.

मेरी ये खूबी है कि जो देख लूं एक बार,

उसे हमेशा ही याद रखती हूँ

लोग चीज़ ढूंढने में बहुत लगाते हैं वक़्त,

उसे मैं चुटकियों में ढूंढ लेती हूँ।

 

67.

मुझे उम्र भले ही,

कम मिले ऐ ख़ुदा

मगर जो मिले उसमें न हो पाऊँ,

अपनों से मैं कभी जुदा।

 

68.

आसमान की तरफ़ जब देखती हूँ, 

चांद में ख़ुद को मैं ढूंढती हूँ। 

 

69.

एक दिन सितारा बनकर देखना मैं,

आसमान में जगमगा जाऊंगी

जैसे लाख सितारों के बीच में बनती है पहचान चांद की,

वैसी मैं भी एक दिन बनाऊंगी।

 

70.

मेरे सनम धीरे-धीरे चुपके से,

जब-जब मुझे देखते हैं

मैं शर्मा जाती हूँ,

शर्मा के मैं उनसे ही लिपट जाती हूँ।

 

71.

मैं जीवन में,

आगे बढ़ना चाहती हूँ

टूट कर बिखरना नहीं,

फिर जुड़ना जानती हूँ।

 

72. 

सबके हर सवाल का,

मेरे पास है एक ही जवाब

सोच रखे अपनी साकारात्मक हमेशा और,

जिए ज़िंदगी लाजवाब। 

 

73. 

रंग बिखेर के सबकी जिंदगी में,

मैं सबकुछ खूबसूरत

बनाना चाहती हूँ,

बेरंग न कुछ रखना चाहती हूँ।

 

74.

हां कभी थोड़ा-थोड़ा हो जाती हूं मैं,

अपनों से नाराज़

मगर करती हूँ उन्हीं से,

सबसे ज़्यादा प्यार।

 

75.

हाँ ख़ुद की ही,

ख़ुद से क़द्र करती हूँ

मैं अपनेआप से,

सच्ची मोहब्बत करती हूं।

 

76.

दुनिया लगती है मुझे एक मायाजाल,

जहां हर कोई भागा जा रहा है

कोई पैसों के पीछे तो कोई,

ऐश-ओ-आराम के पीछे भाग रहा है।

 

77. 

मेरा मानना है,

कड़ी मेहनत करने वालों की,

कभी हार नहीं होती

और आलस्य करने वालों की,

ज़िंदगी कभी साकार नहीं होती।

 

78.

मैं कभी पूछती हूं ख़ुदा से,

तूने मुझे दिया क्या है

फिर सोचती हूँ जो मुझे मिला है,

वह तो कईयों को दिखा भी नहीं है।

 

79. 

मुझे तस्वीरें लेना बहुत पसंद है,

फिर चाहे वह अपनी हो या दूसरों की

शौक़ से लेती हूँ,

तस्वीर खींचने खिंचवाने का,

कोई मौका नहीं मैं छोड़ती हूँ।

 

80. 

अंधेरों में मैं डरती नहीं हूं,

बल्कि अंधेरों में संभलना जानती हूं

अंधेरे में उजाले की तलाश करना भी,

मैं अच्छे से जानती हूं।

 

81.

संगीत मैं सुनती हूं,

संगीत में मैं जब डूब जाती हूं

संगीत में मैं खुद को ही,

भूल जाती हूँ।

 

82. 

चाहती हूँ प्यार देना और,

प्यार ही पाना

किसी से न नफरत करना और,

न नफरत पाना।

 

83.

कोई मुस्कुराता है तो,

मैं भी मुस्कुरा देती हूं

जल्द ही सबको अपना,

मैं दोस्त बना लेती हूं।

 

84.

मुझे Sweets बहुत ही पसंद है,

इसलिए Sweets खाती भी हूँ

और Sweet बोलती भी हूं।

 

85.

कभी ख़ुद को बोर होने नहीं देती मैं,

कभी लिखती हूं तो कभी पढ़ती हूं

ख़ुद को आगे बढ़ाने की,

कोशिश हर बार करती हूं।

 

86.

पहले डरती थी कैमरा का सामना करने में,

अब आसानी से कर लेती हूं

अपनी बातों को आसानी से,

अब मैं सबके सामने रख लेती हूं।

 

87.

अपने बच्चों से मुझे बहुत प्यार है,

उनकी हंसी के लिए कुछ भी कर सकती हूं

उनके लिए ही मैं जीती हूं,

उनके लिए मैं मर सकती हूं।

 

88.

हर रिश्तों को मैंने हमेशा से,

संभाले रखा है

अपने व्यवहार से सबको,

अपना बनाए रखा।

 

89.

जब गुस्सा आता है मुझे तो,

हो जाती हूं नाराज़

फिर बात नहीं करती किसी से,

रहती हूं ख़ामोश।

 

90.

चाय पीना मुझे बहुत पसंद है,

कई बार चाय पी लेती हूं

अपनी थकान अपनी Tension को,

चाय पीकर ही मैं दूर करती हूं।

 

91.

मैं खूबसूरत चेहरे से ही नहीं,

गुणों से बनना चाहती हूं

अपनी पहचान दुनिया से जाने के बाद भी,

जहां में छोड़ना चाहती हूं।

 

92.

रिश्तों को जोड़े रखना,

मुझे अच्छे से आता है

किसी नाराज़ को मनाना भी,

मुझे अच्छे से आता है।

 

93.

मेरे हमसफ़र से होती है,

कभी-कभी मेरी तकरार

मगर उनसे करती हूं,

बहुत-बहुत प्यार।

 

94.

मेरे हमसफ़र जब से तुमने,

मेरा हाथ थामा है

मेरी ज़िंदगी को जीने का,

एक नया खूबसूरत मक़सद मिला है।

 

95.

हमसफ़र मेरे,

जब-जब मैं रूठ जाऊं तो

तुम मुझे मना लेना,

कुछ न सही तो मेरी

पसंदीदा Chocolate ही,

मुझे खिला देना।

 

96.

मैं बहुत गुस्सा करने वाले लोगों से,

दूर रहती हूं

बस शांत रहने वाले लोगों को ही,

मैं पसंद करती हूँ।

 

97. 

सोचा न था कभी मैंने,

मैं जग में इतना नाम कामाऊंगी

बी.ई से जुड़कर मैं लेखिका बन,

इतनी सफलता पाऊंगी।

 

98. 

बी.ई से जुड़के हुए,

सारे सपने मेरे साकार

ज़िंदगी में मिला मुझे,

इतना प्यार और बड़ा परिवार।

 

99.

गर्व महसूस करती हूँ,

ख़ुद के लेखन पर मैं

आगे बढ़ने के लिए,

पूरी तैयार हूं मैं।

उम्मीद करती हूँ कि खुद के लिए स्टेटस पढ़कर आपको खुद पर Confidence आएगा और अगली बार सबके सामने अपने बारे में कहने से बिल्कुल नहीं हिचकेंगे। Comment Section में मेरे साथ अपनी पसंदीदा शायरी Share करना न भूलें।

Bharti Joshi