वक्त पर 2 लाइन की शायरी, हर इंसान के लिए Important है क्योंकि यह किसी के भी लिए नहीं रुकता और न ही किसी के चाहने से चलता है। इसलिए सबको इसकी इज़्ज़त करनी चाहिए।
वक्त पर कविता लिखकर हमारी ज़िन्दगी में इसकी जगह बताना है। इसके लिए सही शब्दों के साथ-साथ अनुभव होना बहुत ज़रूरी है तभी आप बेहतरीन तरीके के वक्त पर स्टेटस लिख पाएंगे।
मैंने अपने इस संकलन में समय पर शायरी के साथ-साथ समय पर स्टेटस को भी जोड़ा है, जिससे आपको सहायता मिलेगी। इन्हें आप कभी भी Share कर सकते हैं।
वक्त पर 2 लाइन की शायरी | Quotes To Understand The PRIORITIES
आइए वक्त पर सुविचार पढ़ना शुरू करते हैं –
1. वक़्त से पहले, वक़्त से ज़्यादा किसे मिल पाया है, जो मुझे मिल जाएगा जो देना है वक़्त को मुझे, देकर ज़रूर जाएगा। |
2.
नज़रिया ऐसे बदलता है हमारा, जैसे वक़्त बदलता है दुख की घड़ी में ज़िंदगी बेज़ार और, सुख के पल में ज़िंदगी गुलज़ार होती है। |
3.
पल-पल कटता नहीं, कठिन वक़्त के दौर में जैसे रात हो जाती है लम्बी, दिन कहीं नहीं। |
4.
खुशी के वक़्त, सारी दुनिया साथ होती है बुरे वक़्त में केवल, अपने ही साथ होते हैं। |
5.
गुज़रता वक़्त यूं ही, चलता चला जाएगा कुछ अच्छी और बुरी यादें, देता जाएगा। |
6.
जो वक़्त गुज़र गया, वह वक़्त आता नहीं जो वक़्त आता है, जाने क्यों वह भाता नहीं। |
7.
वक़्त का एक-एक पल महत्वपूर्ण होता है, एक क्षण में वक़्त कैसे बदल जाता है नहीं जिसका कोई अनुमान होता हैं। |
8.
बुरा वक़्त तपती धूप की तरह होता है, जो सब कुछ जला कर चला जाता है अच्छा वक़्त बारिश की, पहली फुहार की तरह होता है जो दिल में नई उम्मीद जगा देता है। |
9.
वक़्त तो परिंदा है उड़ता जाएगा, पकड़ने की कोशिश न करो फिसलता जाएगा समय के साथ बस चलते रहो, जिंदगी भर चलता चला जाएगा। |
10.
आज का वक़्त बुरा ही सही बीत जाएगा, अंधेरे को चीर नया उजियारा लाएगा। |
11.
समय-समय की बात है, समय किसके हाथ है समय ही बतलाता है, कौन किसके साथ हैं। |
12.
इंतज़ार खत्म हुआ, चाहतों को चाहने का अब वक़्त आ गया है, कुछ कर दिखाने का। |
13.
जो वक़्त को नहीं समझता, वक़्त उसे नहीं समझता वक़्त की ताकत को समझो वरना, वक़्त किसी की ताकत को नहीं समझता। |
14.
वक़्त बेहतरीन तजुर्बा है, तजुर्बा ही वक़्त को बेहतरीन करता है। |
15.
वक़्त से बड़ा कोई गुरु न हुआ है, बड़े से बड़े गुरुओं को भी वक़्त ने ही सीख दी है। |
16. समय ने बहुत कुछ मुझे बताया है, लोगों पर विश्वास करने से पहले वक़्त ने परखना सिखाया है। |
17.
मुश्किल वक़्त में ज़रूरी नहीं, कोई तुम्हारा साथ निभाएगा ज़रूरी तो केवल इतना है, तुमने अपना साथ कितना निभाया हैं। |
18.
सफलता भी उसे ढूंढती है, जो मुश्किलों से डरता नहीं जो कठिन वक्त से लड़ता है, बिखरता नहीं। |
19.
वक़्त फिसलता जाता है, जैसे मुट्ठी से रेत ज़रा समझो वक़्त की क़ीमत, न करो तुम इसे Waste. |
20.
टिक-टिक करती घड़ी, सोचु मैं खड़ी-खड़ी समय गुज़रता जाता है, ज़िंदगी नहीं बहुत बड़ी। |
21.
तितलियों की खूबसूरती, मन को बहुत भाती है पर तितलियों से भी ज़रा पूछो, इस खूबसूरती के लिए कैसे-कैसे वह वक़्त बिताती है। |
22.
आज वक़्त तेरा है, कल मेरा वक़्त आएगा तूने मुझे भले भुला दिया पर ए दोस्त, मेरा दिल तुझे कभी नहीं भुलाएगा। |
23.
डूब कर आए हैं, आंधियों से लड़कर वक़्त कितना भी रहा कठिन, रुके नहीं हम डर कर। |
24.
वक़्त ही बताता है, कौन अपना है कौन है बेगाना वक़्त ने ही हटा दिया मुखौटा सबके चेहरे से, तब जाकर हमने यह जाना। |
25.
आज जो वक़्त है कट जाएगा, कल नया समय आएगा नई उम्मीदों संग, नई रोशनी झिलमिलाएगा। |
26.
न शिकवा है न शिकायत, न ही कोई गिला है जो दिया वक़्त ने हमें, हमने उसे लिया हैं। |
27.
समय के साथ चलना ज़रूरी है पर, एक पल रुको तो सही, सोचो तो सही, वक़्त हमसे क्या चाहता है ज़रा देखो तो सही। |
28.
आज गर्दिश में है तेरे सितारे, तो गम ना कर वक़्त वो भी आएगा, जब तू परचम लहराएगा। |
29.
वक़्त अच्छा भी है वक़्त बुरा भी, वक़्त दोस्त भी है वक़्त दुश्मन भी वक़्त हमराज़ भी है वक़्त हमसफर भी, वक़्त आज भी है वक़्त कल भी। |
30. लम्हा-लम्हा वक़्त बनता है, लम्हा-लम्हा वक़्त बिखरता है वक़्त की फितरत ही है ये, कभी वक़्त बनता तो कभी बिगड़ता है। |
31.
वक़्त का भी क्या तमाशा है, कैसे-कैसे खेल रचाता हैं कभी खुशियों के मेले में तो कभी, दुख के बवंडर में फसाता है। |
32.
समय का फेर तो देखो, समय बहुत बलवान हैं एक समय था तलवार, राजाओं की शान थी और एक समय आज है जब, कृपाल घर की दीवारों पर सजा शोभा बढ़ाता है। |
33.
तेरी याद में यह वक़्त, यूं ही गुज़र जाएगा पर यह बता फिर क्या, गुज़रा वक़्त दोबारा आएगा ? |
34.
आज का यह वक़्त, कल गुज़र जाएगा कल का वक़्त, कल भी गुज़रा ही कहलाएगा आज को जी लो, इसी वक़्त में ऐ दोस्त आज का पल, कल लौट के नहीं आएगा। |
35.
पल-पल बदलते वक़्त की तरह, तेरी ख़्वाहिशें बदलती है ज़रा ये बता तेरी ख़्वाहिशें बदलती है या तेरा वक़्त बदलता है। |
36.
वक़्त का खेल भी बहुत, निराला होता है कई बार सब कुछ, खत्म होने के बाद जो शुरुआत होती है, कल्पना से परे लाजवाब होती है। |
37.
वक़्त के सितम लाख हमने झेले हैं, जैसे मेरी ज़िंदगी में मुश्किलों के मेले हैं। |
38.
बुरा वक़्त साफ आईने की तरह आता है, जो ज़िंदगी की धुंधली तस्वीर को साफ कर जाता है। |
39.
अधीरता से वक़्त बिगड़ जाता है, धीरता से बिगड़ा वक़्त सुधर जाता है। |
40.
हम कितना भी भाग ले, वक़्त अपना पहिया घुमाता है सही वक़्त आने पर ही, बीज से अंकुर बाहर आता है। |
41.
वक़्त के साथ दुनिया बदल जाती है, बदल जाते हैं दुनिया के लोग बदलती नहीं तो केवल गुज़रे लम्हों की यादें, जिन्हें साल दर साल दिल में बसा कर रखते हैं लोग। |
42.
हौसला-ए-बुलंद दिल में जो भर लो तो, मुश्किल वक़्त थोड़ा आसान हो जाता है। |
43.
एक वक़्त था जब हम, बेवजह हँसा करते थे आज एक वक़्त है जो, हंसने के लिए वजह ढूंढा करते हैं। |
44.
लोग कहते हैं मुश्किल वक़्त आता है, इम्तिहान के लिए इम्तिहान दे देकर लगता है, कुछ बचा नहीं मेरी जिंदगी के लिए। |
45.
मेरा बुरा वक़्त देख लोगों ने, मुझे छोड़ दिया वक़्त मेरा बदला है ऐसा कि, उन्हीं लोगों को मुझसे मिलने के लिए वक़्त ने मजबूर कर दिया। |
46.
वक़्त से मिले ज़ख्म असहनीय लगते हैं, नासूर से बनते घाव दर्दनीय लगते हैं। |
47.
वक़्त न मुझे समझता है न तुझे समझता है, वक़्त हम सब को एक जैसा समझता है। |
48.
वक़्त ने मुझे आंधियों से लड़ना सिखाया है, हौसलों के साथ मुश्किलों से लड़ते हुए आगे बढ़ना सिखाया है। |
49.
वक़्त से लड़ना है तो याद रखना प्यारे, हौसलों के ढाल हो संग तो वक़्त से कोई न हारे। |
50.
वक़्त का परिंदा उड़ता जाता है, किसी को गम किसी को खुशियां देता जाता है। |
51. अश्व की तरह दौड़ता वक़्त कहीं रुकता नहीं, कोई साथ चले न चले किसी के लिए यह ठहरता नहीं। |
52.
आज का वक़्त कल कहलाएगा, कल का वक़्त यूं ही गुज़र जाएगा, इस गुज़रे वक़्त का लम्हा फिर, कल बन बहुत याद आएगा। |
53.
कर बुलंदी इतना कि आकाश छूले, दुनिया ही नहीं वक़्त भी तेरे साथ होले। |
54.
मनुष्य वह नहीं बुरे वक़्त से लड़कर, हार मान जाए मनुष्य तो वह है जो बुरे वक़्त से लड़कर, बहार ले आए। |
55.
बार-बार वक़्त ने है मुझे मारा, बार-बार वक़्त से मैं भी हूं हारा पर वक़्त से भी जिद्द है हमारा, लड़-लड़ खड़े रहेंगे हम और खुशियां पा लेंगे दोबारा। |
56.
ज़िंदगी ने इम्तिहान बहुत लिया है, वक़्त ने मुझे पैग़ाम बहुत दिया है मुश्किलों से लड़ने के लिए वक़्त ने तजुर्बा, मुझे सरेआम दिया। |
57.
माना कि वक़्त मेरे साथ नहीं क्योंकि, वह मेरे हाथ नहीं पर हौसला मेरे साथ है तो डरने की क्या बात है। |
58.
काले बादल की तरह छा गया अँधियारा मेरी ज़िंदगी में, क्या से क्या दिखा गया वक़्त मेरी ज़िंदगी में। |
59.
वक़्त के थपेड़ों से बहुत टकराए हैं, ज़िंदगी में बहुत गम हमने उठाए हैं। |
60.
हार कर भी दिल से कभी नहीं हूं हारा, सफलता मिल जाएगी एक दिन वक़्त से यही जिद्द है हमारा। |
61.
शबरी ने भी वक़्त को हराया था, जब श्रीराम के एक दर्शन के लिए सारी उम्र नयन बिछाये थे। |
62.
जब वक़्त मेरे साथ था, तब कितने मेरे अपने थे आज वक़्त मेरे साथ नहीं तो पता चला, कितने मेरे अपने हैं। |
63.
बुरा वक़्त आया है मुझे तोड़ने को, पर उसे क्या पता उसे हराना है मेरे फौलाद से हौसले को। |
64.
वक़्त ने मुझे वक़्त की कीमत बताई है, वक़्त बर्बाद करने की कीमत हमने चुकाई है। |
65.
वक़्त हंसाता है वक़्त रुलाता है, वक़्त हमें ज़िंदगी के हर पल को जीना सिखाता है। |
66.
चाहे रात हो चाहे दिन हो ढलता ज़रूर है, दुख का वक़्त हो या खुशी का बदलता ज़रूर है। |
67.
सारी चाहते एक तरफ और वक़्त एक तरफ, वक़्त चाहे तो सारी चाहते एक पल में पूरी कर दे, और वक़्त चाहे तो एक चाहत को, पूरी करने में सारे ज़िंदगी ले ले। |
68.
जब कुछ समझ न आए, न कुछ हो उपाय तब छोड़ दो सब कुछ वक़्त पर वक़्त ही देगा जो उसे देना होगा, बस रुकना नहीं चलते रहना अपने राह पर। |
69.
घमंड न करना कभी, ए दोस्त अपनी बुलंदियों पर ये वक़्त का तक़ाज़ा है, जाने कब ला पटके धरा पर। |
70.
Time Zone भी कुछ होता है, वक़्त से पहले कुछ नहीं होता है आज तेरा वक्त है तू सफल है, तू चिंता न कर मेरे दोस्त मैं अपने Time Zone में सफल हो जाऊंगा। |
71.
वक़्त की यह है खनक, चित्तकार भी हुंकार भी कभी कांटों से बिछी राह तों, कभी फूलों से सजी सेज भी। |
72.
सागर से भी गहरा है वक़्त, पहाड़ से ऊंचा भी है वक़्त वक़्त यदि अड़ जाए तो, कोई इसे झुका न पाये। |
73.
यदि हौसला बुलंद है तो, वह वक़्त दूर नहीं है जब सारी दुनिया तुझे आंखों पर बिठाएगी, और सफलता तेरे दामन में आजाएगी। |
74.
वक़्त हमारे हिसाब से नहीं चलता, वक़्त के हिसाब से हमें चलना होता है। |
75.
ज़िंदगी की छोटी-छोटी हार ने, हमें इतना मज़बूत किया है कि वक़्त की मार ने हमें, रुला भी नहीं पाया है। |
76.
वक़्त ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है, कभी हंसना सिखाया तो कभी रोना कभी सहना सिखाया तो कभी लड़ना, सिखा नहीं पाया तो बस किसी से डरना। |
77.
वक़्त ज़ख्म देता है जो दर्द देता है, ज़ख्म को भरने का मलहम भी वक़्त ही देता है। |
78.
वक़्त जीवन का पाठ सिखाता है, जो सीखता है वह जीत जाता है जो सीखता नहीं वह मिट जाता है। |
79.
माना कि वक़्त कभी हमारे साथ नहीं होता, वक़्त को रोकना हमारे हाथ नहीं होता पर इसका मतलब नहीं हम सपना न देखे, वक़्त से डर कर बैठ जाये ये कोई बात नहीं होता। |
80.
ग़ज़ब वक़्त का तमाशा है, मुझसे बैर का जैसे नाता है दो कदम आगे बढ़ता हूँ नहीं की, वक़्त को चार कदम पीछे खींचना आता है। |
81.
वो वक़्त गया जब मैं, किसी की यादों में डूबा करता था आज वह वक़्त है जब मैं, किसी की यादों में रहा करता हूं। |
82.
वक़्त ने मुझे एहसास दिलाया है, तू तो कभी मेरे साथ ही न था तू तो मेरे बेहतर वक़्त के साथ रहा है, मेरे पास होकर भी तो तू साथ कभी न था। |
83.
वक़्त को जिसने समझा है, उन्हें शिकायते कम होती हैं वक़्त को जो समझ नहीं पाते, उन्हें वक़्त से शिकायते बहुत होती है। |
84.
देखा है मैंने दुनिया के लोगों को, जब वक़्त रूठ जाता है तो दुनिया रूठ जाती है, जब वक़्त खुश हो जाता है तब दुनिया खुश हो जाती है। |
85.
कितना भी मजबूर करें यह वक़्त, तुम रुकना नहीं झुकना नहीं चलते रहना राह पर अपनी, मुश्किलों से डरकर सिमटना नहीं। |
86.
सफलता की चाबी चलते रहना है, वक़्त जैसा भी आए लड़ते रहना है एक राह बंद हो तो दूसरे राह चलना है, वक़्त से लड़कर ही जीतने का नाम सफल होना है। |
87.
वक़्त ने बदल कर मुझे मजबूर किया है, मेरी चाहतों को चूर-चूर किया है पर यह वक़्त भी जानता नहीं कि, उसने मेरे इरादों को और मज़बूत किया है। |
88.
शिकायत करें भी किसे, वक़्त से करें या अपनों से वक़्त साथ देता है तब अपने नहीं, जब अपने साथ देते हैं तो वक़्त नहीं। |
89.
जैसे परिंदे उड़ते जाते हैं, वक़्त भी उड़ता जाता है संभलते-संभलते सारी ज़िंदगी, वक़्त के पीछे भागते रह जाते हैं । |
90.
वक़्त ही फर्श से अर्श तक ले जाता है वक़्त का खेल यह कोई समझ नहीं पाता है। |
91.
किसी की मजबूरी पर न हंसना यारों, जाने कैसे-कैसे हालात उसने झेला हो यह वक़्त की बात है प्यारे, आज वक़्त मेरा कल तेरा हो। |
92.
ज़रूरी नहीं हर सवाल का जवाब हम ही दे, कुछ सवाल वक़्त के हाथों छोड़ देना बेहतर है वक़्त हर सवाल का जवाब ज़रूर देता है। |
93.
वक़्त एक चित्रकार है, जो अलग-अलग चित्र बनाता है वक़्त हमारे जीवन को, अपने अनुसार चित्रित करता जाता है। |
94.
यू तो वक़्त को कोई हरा नहीं सकता, यदि हौसला हो दिल में तो वक़्त किसी को डरा नहीं सकता। |
95.
काबिलियत थी तब वक़्त नहीं, जब वक़्त है तो काबिलियत नहीं। |
96.
मैं अपना वक़्त उनके लिए बर्बाद नहीं करता, जिनको मैं बर्बाद लगता हूं। |
97.
चंद्रमा भी रोशनी तभी बिखेरता है, जब वक़्त आता है वरना न चाह कर भी, अमावस्या को झेला करता है। |
98.
वक़्त हमारा ऐसा आया कि, न सिर्फ बदला मेरा नज़रिया बल्कि बदल गए हम खुद और, बदल गयी मेरी डगरिया। |
99.
कुछ बनना है तो मन में धैर्य रखो तुम, कर्म करो अपना वक़्त को न देखो तुम। |
उम्मीद करती हूँ कि वक्त पर अनमोल वचन पढ़कर आपको इसकी एहमियत समझ आई होगी। Comment Section में मुझे ज़रूर बताएं कि कौन-सी शायरी आपको सबसे ज़्यादा पसंद आई।