आजकल लोग दिन की शुरुआत एक-दूसरे को श्री गणेश पर स्टेटस भेजकर करते हैं। अगर आप भी गणेश पर सुविचार ढूंढ रहे हैं तो इस ब्लॉग को ज़रूर पढ़ें।
हर दिन होने वाली पूजा हो या छोटा-बड़ा हिन्दू त्योहार, गणेश वंदना पर शायरी के बिना अधूरी है।
भारतीय परम्पराओं में गणपति जी का मुख्य स्थान है। इसलिए मैंने इस संकलन में गणेश जी पर शायरी के साथ-साथ गणेश जी पर कविताएं भी जोड़ी हैं।
श्री गणेश पर स्टेटस | 99 Devoted Quotes
आइए गणपती पर बाप्पा शायरी पढ़ना शुरू करते हैं –
1. पूजे जो गणेश को, बरकत आए उनके घर को। |
2.
जो गणपति को लाये घर, हर लेते हैं वो उसके सारे डर। |
3.
गणपति जो मेरे घर पधारे, मोदक, लड्डू हम चढ़ायें बच्चे सब उछल-उछल खायें, मोदक के गुण वो गायें। |
4.
रिद्धि-सिद्धि भी साथ चली आयें, जो गणपति को घर लायें। |
5.
विघ्नहर्ता सब विघ्न हर लेते, सुख-समृद्धि से वो घर भर देते। |
6.
विघ्नहर्ता मेरे घर पधारो, सारे विघ्न से मुझे उबारो। |
7.
जब मिला उन्हें गज का शीश, मांँ लक्ष्मी ने दिया आशीष प्रथम पूज्य तुम रहो सदा, श्री गणेश। |
8.
जब परशुराम ने किया परशु से प्रहार, देख पिता शिव का परशु रखा उसका मान गणपतिजी ने ले लिया अपने दंत पर वो वार, तब से एकदंत हैं, कहलाते। |
9.
बुद्धि और विवेक जो चाहे, गणपति के शरण वो आए। |
10.
दीप जलाओ, मंगल गाओ गणपति को घर ले आओ। |
11.
मात-पिता में विश्व समाये, कहकर उनके तीन चक्र लगाए बाल गणेश तब से, विश्वविजेता हैं कहलाये। |
12.
लंबोदर जिनका नाम है, बनाते सबके बिगड़े काम हैं। |
13.
हाथों में लड्डू लिए, सवारी मूशक राज की करे चले आते हैं हमारे घर, गणपति बप्पा जी। |
14.
गणपति के आने से खिल जाती हैं, जो अखियांँ उनके जाने से भर आती है, वही अखियांँ। |
15.
धन-धान्य से हैं, घर भर देते गजानन को हैं, घर जो लाते। |
16. महलों का राजा हो या दीन-दुखियारी का घर गणपति जाते हैं, सब के घर। |
17.
गणेश जी की कृपा, बरसे इतनी लोग कहने लगे कि क्या लॉटरी निकली है, इनकी। |
18.
लेते हैं जो श्री गणेश का नाम, बन जाते हैं उनके सारे बिगड़े काम। |
19.
कहते हैं लंबोदर, दिखने में क्या रखा है बुद्धि रखो इतनी कि भेद पाओ, हर मुश्किल आराम से। |
20.
देख अपनी छोटी सी सवारी, फिर भी रुके नहीं श्री गणेश दिया चुनौती को भेद, हर असंभव को संभव करते श्री गणेश। |
21.
भाव के अभाव में, रुकते नहीं वहाँ गणेश; दिखावा जो करें, गणपति खाली कर दे वो कुबेर। |
22.
मिठाइयों का ढेर कहांँ भरता है, गजानन का पेट जो श्रद्धा से दही चावल खिला दे, भर जाता है उनका पेट। |
23.
माना मोदक लड्डू है, गन्नू को प्यारे पर सबसे ज़्यादा लगते, उनको भक्तगण प्यारे। |
24.
देखो बन-ठन कर खड़ी हैं, घर की सब नारियांँ स्वागत करने गणपति का, कर रही हैं तैयारियाँ। |
25.
स्वागत करने को द्वार पर गजानन की, जय जयकार मंगल गान कर रही हैं, नारियांँ। |
26.
घुमा रहे हैं अपने घर में, भुला न देना गन्नू तुम हमें, जाकर अपने धाम को आना है तुम्हें अगले वर्ष फिर, इस घर में वही धुम धाम से। |
27.
मंत्र नहीं जानते हम तेरे गन्नू, पर बड़ी श्रद्धा से तुम्हें हम घर लाए हैं प्रसन्न तुम्हें करने को हम गन्नू, तेरे पसंद के मोदक भी हम लाए हैं। |
28.
मूषकराज बड़े प्यारे गन्नू को, टालते नहीं कोई बात हैं चुपके से कानों में कह दो, मूषकराज के जो गन्नू से काम है। |
29.
चांद को भी सिखा दिया उन्होंने, ऊपरी सुंदरता का क्या बात है मन सुंदर रखो, बुद्धि की ही तो बस बात है। |
30. मांँ गौरी के लाल, बिना मांगे हैं सब कुछ देते जो भी आए उनके शरण, वो उसके सारे दुःख हर लेते। |
31.
आपके आने से घरों में, जितनी खुशियांँ हैं बरसती बप्पा आपके पैर पखारना, दिप जलाना भोग लगाना भी लगता है हमें कम बप्पा। |
32.
आपके आने से घरों में रौनक जाग जाती, फूलों की मेहक-सी खुशियाँ बिखर जाती। |
33.
आप आते ही कैसे चमत्कार हो कर देते, नम आंखों में प्यार और उमंग भर देते। |
34.
ज्यों-ज्यों बाल गणेश थिरकते हैं, कैलाश शिखर पर त्यों-त्यों भक्त जनों के क्लेश, मिटते हैं धरती पर। |
35.
मांँ गौरी के आंँखों के तारे, जिनके है नैन कजरारे शिव शंभू के राज दुलारे, मचाते रहते हैं धूम जग में सारे। |
36.
बप्पा के भी क्या कहने, जहांँ हो उनका वास राक्षस गण भी, बन जायें मूषकराज। |
37.
किस चिंता में हो तुम बंदे, गणपति के द्वार आ सुलझ जाएंगी तेरी सारी उलझनें, टल जाएंगी तेरी सारी बंदिशें। |
38.
जो पूजन करें श्री गणेश का, वो आशीर्वाद पा जाए तीनों ब्रह्मा, विष्णु, महेश का। |
39.
जो आध्यात्मिक ज्ञान के भंडार हैं, मांँ गौरी के चमत्कारी वरदान हैं उमाफल, उनका नाम है। |
40.
भटके हुए को भी सही राह ले आते, तभी तो वक्रतुंड कहलाते। |
41.
ऊंँ के शब्द में भी दिख जाती है, गणपति की छवि भी। |
42.
जो सुमिरे श्री गणेश को, जग सुने उसको। |
43.
जो घूमेदार रास्तों पर चलते हैं, घूमेदार सूंड वाले भगवान, श्री गणेश उसे सीधे रास्तों पर ले आते हैं। |
44.
शिकवे मत किया कीजिए गणेशा से, कितनी मुश्किलें देते हो बस हाथ जोड़कर कहिए, कि हाथ कभी छोड़ना मत। |
45.
जैसा कर्म करोगे वैसा फल पाओगे, जैसी सोच होगी वैसी किस्मत पाओगे श्रेष्ठ जीवन का यही आधार, कहते हैं श्री गणेश भगवान। |
46.
सब कुछ तो मिल गया है, आपको चाहने के बाद मेरे भगवान, श्री गणपति महाराज। |
47.
जबसे बसी है, गन्नू आपकी छवि मन में मुस्कान छप गई है, चेहरे पे। |
48.
सब कुछ तो मिल गया है गन्नू, जब से आप आए हैं हमारे घर द्वार। |
49.
हर शुभ कार्य में जब प्रथम पूजे जाते हैं, श्री गणेश ले लेते हैं कार्य संपूर्ण होने का संकल्प, श्री गणेश। |
50.
प्रथम पूज्य उन्हें बनाया, जब गज के शीश को है पाया देखो कितने सुंदर यौवन को है पाया, गजानन है कहलाया। |
51. जब चांद ने किया उनका उपहास, क्रोध में आ गए श्री गणेश दिया अभिशाप, काले पर गए चांद बिन अपनी चांदनी बड़े कृपालु हमारे गणेश, चांदनी मिली चांद को ज्यों-ज्यों तुम अपनी चांदनी को खोगे, त्यों-त्यों उसे पाओगे। |
52.
मूषकराज की एक अनोखी कहानी, बड़ी निराली राक्षस राज ने किया शिव शंभू को प्रश्न, करके घोर तप लिया ये वरदान, ना मार सके पशु, पक्षी, मनुष्य और कोई देवता गण छल किया लेकर शंभू नाथ से वरदान, चारों दिशाओं में तबाही मचा दी तब गजानन ने लिया यह कार्यभार संभाल, बना डाला उसे अपनी प्रिय सवारी ‘मूषकराज’। |
53.
नटखट बाल गणेश, फुदके बस इधर-उधर पढ़ने में नहीं करते खट-पट, ज्ञान बटोरते रहते सब जगह से इधर-उधर। |
54.
कैसा ये चमत्कार है, ऊँ के शब्द में भी हो जाता है, गणपति के दर्शन भी। |
55.
जो भी तुम चाहोगे, सब पा जाओगे एक बार जो गणपति के द्वार, चले आओगे। |
56.
बन ठन चलों, हम सब जाते रे गुन्नू को हम सब, अपने घर ले आते रे। |
57.
तुझसे मांगू बस इतना ही, बप्पा मेरे साथ रहना तुम, हमेशा मेरे। |
58.
मुझे डर नहीं, किसी भी चीज़ का जब तक साथ हो, मेरे गणपति का। |
59.
सारी मुश्किलें आसान हो जब तक जुबान पर, गणपति बप्पा का नाम हो। |
60.
जा तो रहे हो तुम गन्नू, हमारे घर से पर दिल में तुम सदा रहोगें। |
61.
ढोल बज रही है, दुनियां सारी सज रही है लगता है, गणपति की सवारी आ रही है। |
62.
बुलाएंगे हम तुम्हें, फिर उसी श्रद्धा से आना ही पड़ेगा तुम्हें, हम से मिलने। |
63.
गणपति बप्पा मोरया, अगले वर्ष को जल्दी आ तेरे बिन हम अधूरे हैं, सदा। |
64.
जो लेते हैं गणपति का नाम, सुबह शाम गणपति आते हैं, उसके बड़े काम। |
65.
बार-बार कहता है ये मन, यादों में मैं झूम जाऊंँ जब भी आए नाम गणेश चतुर्थी का, आपकी यादों में मैं खो जाऊंँ। |
66.
खुशियों की बगिया खिली है, जब से गजानन आपकी कृपा मिली है। |
67.
आपका साथ हैं, जो गणपति बप्पा तो जीवन, सफल लगता है बप्पा। |
68.
डरने की क्या बात है, जब गणपति हमारे साथ हैं सफलता हमारे कदम चूमे, जब गणपति के हाथों में हाथ है। |
69.
जिनके बस नाम मात्र से ही, कितनों के बिगड़े काम बन जाते हैं इसलिए तो विघ्नहर्ता, वो कहलाते हैं। |
70.
जैसे दीपक में बाती हैं, वैसे गणपति हमारे साथी हैं। |
71.
राहों में भर जाएंँगे तेरे उजाले, बस तू विनायक पर विश्वास रख पग-पग देते हैं भगवन इशारे, तू बस उनके नाम का दीप जलाए रख। |
72.
जब से साथ मिला है, गन्नू तेरा चमक रहा है भाग्य हमारा धरती और आसमान। |
73.
शुभ और अच्छा दिन बीते, जो ले गणपति का नाम। |
74.
दो घड़ी प्रेम से जो भगवान गणपति का ध्यान करता है, अंतरात्मा उसकी शांति से भर जाता है। |
75.
जीवन की अनमोल घड़ियांँ, यूंँ ही न बीत जायें सुमिरन कर ले गणपति का, वही तो राह दिखाएं। |
76.
अच्छे कर्म करो, जीवन की बगिया को महकने दो गणपति देते हैं उसको, जो जैसा कर्म करें। |
77.
तूफान भी जीवन की लहर बन जाती है, जब विघ्नहर्ता टकरा जाते हैं भक्तों के दुखों को, हरने को। |
78.
जीवन को सुखमय बना लो, मैं और तुम में क्या रखा है दीप जलाकर गजानन का ध्यान करो, मन का सब मेल मिट जाता है। |
79.
बस मन के द्वार को खोलो, युग-युग का तुम सुख पा लोगे गुन्नू को जो एक बार, तुम अपने घर ले आओगे। |
80.
जीवन के सुख-सागर को, लहराने दो रोक ना पायेगा कोई, एकदंत की कृपा को पा ले जो। |
81.
ऐसा क्या है गन्नू आप में, जो बार-बार हम खींचे चले आते हैं खुशी हो या गम, बस माथा टेकने आपके द्वार चले आते हैं। |
82.
सब चिंता मिटा दो, प्यारे गन्नू को तुम सौंप दो सब सफल हो जाएगा, जीवन सरल हो जाएगा। |
83.
सोच ले जो भी पास है तुम्हारे, वो गणपति की ही अमानत है बस गणपति को अपना बना ले, जीवन सरल और ना कोई प्यास है। |
84.
ऐ दिल तू ज़रा धीरज धर, गणपति आ रहे हैं सारा मुश्किल चला जाएगा, वक्त सुनहरा आएगा। |
85.
जब से आए हैं गन्नू हमारे घर, हमने उनसे बहुत बातें की हैं मानों वरदानों कि हम पर वर्षा हुई है, सागर की स्थिरता मन में आ गई है। |
86.
रंगोली बनाएं द्वार पर, आसन भी सजाये बैठे हैं अब तो झलक दिखा जा बप्पा, देर इतनी क्यों हो रही है। |
87.
हे गणपति बप्पा मोरया, सबके मन में प्यार के तुम दीप जलाएं रखना सदा। |
88.
सब माताओं के प्यारे गुन्नू हैं, सब के राज दुलारे गुन्नू हैं। |
89.
एक आप ही तो हो गणपति बप्पा, जिसने हरदम हाथ थामा है समझ अब इतनी देना बप्पा, छूटे ना अब कभी अपनों का साथ है। |
90.
जीवन के दाता, रिद्धि-सिद्धि के स्वामी हे प्यारे गन्नू, तुझको है अर्पण हमारा सभी। |
91.
मिलकर गणपति आपसे, हम कितने धनवान हुए हाथों की लकीरे बदली, किस्मत हमारी चमक गई। |
92.
क्या-से-क्या बना देते हो गन्नू, चमका देते हो किस्मत का तारा। |
93.
मन में उत्साह भर जाता है, बप्पा जब भी तुम आते हो, बप्पा। |
94.
गम का अंधेरा छट जाता है, नयी उमंग का सूरज आता है जब भी ज़बाँ पर नाम, गणपति का आता है। |
95.
चिंता को दूर कर देते हो, विघ्नहर्ता हे ज्ञान के देवता, ज्ञान का दीप जला कर समाधान दे देते हो, जीवन में मुस्कान वापस ला देते हो। |
96.
बस इतना आशीर्वाद तू दे हमें बप्पा, मन में सदा प्यार रहे और भक्ति करते रहे हम तुम्हारी सदा। |
97.
सांझ-सवेरे गणपति हमारे, आरती हम उनकी उतारे मन भावनी सूरत कैसे देखो मुस्कुराए, गणपति की हम जो आरती गायें। |
98.
शांत रहें और करें ऐसे कर्म, गणपति हम कि बाकी जीवन हो सुखमय भगवन। |
99.
बंद कर दे दुख का दरवाजा, सुख का दरवाजा खोल दे गणपति हम तो बंदे तेरे, तेरे बिन हम मिट्टी के ढेले। |
उम्मीद करती हूँ कि गणपती पर स्टेटस पढ़कर आपका हर दिन शुभ हो। Comment Section में मेरे साथ अपनी पसंदीदा शायरी Share करना न भूलें।