क्वोरा पार्टनर प्रोग्राम के तीन पहलु जिनको आपको समझना है – इन्ही की समझ से या तो पैसे कमाएगें या नहीं कमाएंगे
क्वोरा पार्टनर प्रोग्राम के तीन स्तम्भों को जो व्यक्ति अच्छे से समझेगा उससे बहुत फायदा होगा। आखिर कर इन पहलुओं की वजह से या तो व्यक्ति पैसा कमाएगा या नहीं कमाएगा।
मैं अब आप सभी के साथ वो तीन अवधारणाओं ( पहलु ) को साझा कर रही हूँ। इससे आपको क्वोरा के पार्टनर प्रोग्राम को समझने में और उससे पैसा कमाने में काफी मदद मिलेगी।
1. क्वोरा पर पूछे जाने वाले सवालों पर बाहरी ट्रैफिक (external traffic ) का आना
क्वोरा पर बाहरी ट्रैफ़िक ( external traffic ) का मतलब यह है की क्या आपके प्रश्न क्वोरा के बाहर के लोगों को क्वोरा पर लाने में सक्षम हैं। यहाँ मेरे “क्वोरा से बाहर ” कहने का मतलब हैं की गूगल , अन्य खोज इंजन एवं सभी प्रकार के सामाजिक मंच (सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म )।
आखिर क्यों क्वोरा प्रश्नों पर बाहरी ट्रैफ़िक महत्वपूर्ण है?
जितना अधिक बाहरी ट्रैफ़िक (external traffic ) आपका प्रश्न क्वोरा के लिए प्राप्त करेगा, उतना ही ज्यादा आपके सवाल पर लोगों द्वारा उत्तर दिए जाने की संभावना बढ़ेगी।
ऐसे 14 प्रकार के प्रश्न हैं जो क्वोरा पर सबसे अधिक पैसा कमाते हैं। और इनमे ज्यादातर बाहरी ट्रैफ़िक ( external traffic) होता है।
जितने अधिक उत्तर देने वाले होंगे उतने ही अधिक व्यूज (views) होंगे। यही मोड़ है जब आप अधिक विज्ञापन ( ad impressions ) प्राप्त करेंगे और अंततः पैसा कमाना शुरू करेंगे।
2. क्वोरा के सवालों पर आंतरिक ट्रैफिक ( internal traffic )
क्वोरा पर आंतरिक ट्रैफ़िक (internal traffic ) का मतलब यह हैं कि क्या आपके प्रश्न क्वोरा के भीतर के लोगों को आपके सवाल पर लाने में सक्षम हैं। यहाँ मेरे “क्वोरा के भीतर” ( internal traffic ) कहने का मतलब हैं की क्या आपके प्रश्न को क्वोरा पर मौजूद सक्रिय उपयोगकर्ता देखते और उनका जवाब देते हैं।
आखिर क्यों क्वोरा पर आंतरिक ट्रैफिक ( internal traffic ) आपकी कमाई के लिए खराब है ?
पार्टनर प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य हैं क्वोरा के विस्तार को बढ़ाने का। आतंरिक ट्रैफिक ( internal traffic ) क्वोरा के इस उद्देश्य को प्राप्त करने में बिल्कुल मदद नहीं करता है।
इसलिए, क्वोरा वास्तव में लोगों से ऐसे प्रश्न पूछने के लिए प्रतिफल ( पैसा ) नहीं देता जो केवल क्वोरा मंच के भीतर के उपयोगकर्ताओं द्वारा देखे जाते हैं।
3. क्वोरा के सवालों पर विज्ञापन प्रभाव (Ad impressions )
विज्ञापन प्रभाव ( Ad impressions ) से मतलब है आपके सवालों पर क्वोरा द्वारा विज्ञापन पर व्यूज (Ad views) मिलना।
जितना अधिक बाहरी ट्रैफिक ( external traffic ) के साथ विज्ञापन प्रभाव होगा, उतना ही ज्यादा लाभ आपको अपने पूछे गए सवाल पर मिलेगा और परिणामस्वरूप, आपको उतना ही ज्यादा भुगतान किया जायेगा।
क्वोरा पार्टनर प्रोग्राम एक साधारण सिद्धांत पर काम करता है।
जो भी व्यक्ति क्वोरा पर सवाल पूछ कर पैसे कमाना चाहता हैं उन्हें सबसे ज्यादा जरुरत हैं क्वोरा पार्टनर प्रोग्राम की प्रकृति को समझने की। जब आप पूर्ण रूप से इसे समझ लेंगे तब आपके लिए क्वोरा पार्टनर प्रोग्राम से पैसे कमाना मुश्किल नहीं होगा।
क्वोरा पार्टनर प्रोग्राम ट्रैफिक के आधार पर काम करता है, जो प्रति प्रश्न पर प्राप्त होता है।
जब क्वोरा मंच के बाहर से जितना अधिक ट्रैफिक प्राप्त करेगा , उतना ही अधिक पैसे कमायेगा। जितना ज्यादा पैसे कमाया जायेगा , उपयोगकर्ता को सवाल पूछने के लिए उतना अधिक पैसा मिलेगा।
जब भी कोई उपयोगकर्ता ऐसा सवाल पूछता है जिसे देख दूसरे उपयोगकर्ता जवाब देने को विवश हो जाते हैं तब क्वोरा ऐसे पूछे गए सवालों से पैसे कमाता है। फिर उस सवाल को पूछने वाले उपयोगकर्ता को उस पैसे में से एक अच्छा कमीशन दिया जाता है |
इसलिए, आपको पैसे देने से पहले क्वोरा का आपके द्वारा पूछे गए सवाल से पैसे कमाना जरुरी है।
आप अपने सवाल पर तभी मत अथवा दृश्टिकोण प्राप्त कर पाएंगे जब सामान्य रूप से लोग आपके प्रश्नो का जवाब देंगे।
आपके पूछे गए सवाल का जवाब जितना अधिक मिलेगा स्वतः उतने ही ज्यादा लोग आपके सवाल को देखेंगे।
अंततः , क्वोरा पर पैसा कमाने का एक ही रहस्य है की आपके द्वारा पूछे गए सवाल को लोगों द्वारा ज्यादा से ज्यादा जवाब दिए जाये।
मैं उम्मीद करती हूँ की अब आपको क्वोरा पार्टनर प्रोग्राम की तीन पहलु पर अच्छे से स्पष्टता मिल गयी होगी और अब आप अधिक से अधिक प्रश्नों का मुद्रीकरण करने में सक्षम होंगे। अगर आपके मन में इसे लेकर कोई सवाल हैं तो कमेंट या समुदाय मंच पर अपने सवाल जरूर पूछे। धन्यवाद !
इस ब्लॉग का अनुवाद अंग्रेजी से हिंदी भाषा में दिव्या पटेल जो की दिव्या दैनिका मंच की संस्थापिका हैं द्वारा किया गया है।